डेक्कन चार्जर्स आईपीएल का चैम्पियन
बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स को 6 रन से हराया
पिछले साल अंतिम स्थान पर रहा डेक्कन चार्जर्स अपने अपेक्षाकृत कम स्कोर का सफल बचाव करके उतार-चढ़ाव से भरे फाइनल मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु पर छह रन की रोमांचक जीत दर्ज करके दूसरे इंडियन प्रीमियर लीग का चैंपियन बना। 4 ओवर में 16 रन देकर 4 विकेट लेने वाले अनिल कुंबले को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया। आईपीएल में यह रोचक संयोग था कि पिछले साल आठवें स्थान पर रही डेक्कन इस बार विजेता जबकि सातवें स्थान पर आने वाली बेंगलुरु की टीम उपविजेता बनी। वैसे मैच काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा लेकिन अनिल कुंबले के करिश्मे से अधिकतर समय अपना पलड़ा भारी रखने वाली बेंगलुरु की टीम अंतिम दस ओवर में मैच तथा कई बहुमूल्य रत्नों से जड़ी चमचमाती ट्रॉफी गँवा गई। कुंबले ने पारी के शुरुआती ओवर से ही विकेट निकाले तथा एडम गिलक्रिस्ट (0), एंड्रयू साइमंड्स (33) और रोहित शर्मा (24) जैसे खतरनाक बल्लेबाजों सहित चार विकेट 16 रन देकर लिए। हर्शल गिब्स ने 48 गेंद पर नाबाद 53 रन बनाए, जिससे डेक्कन छह विकेट पर 143 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स ने पहले दस ओवर में तीन विकेट पर 69 रन बनाए थे लेकिन अंतिम दस ओवर में उसने 50 रन के अंदर छह विकेट गँवाए और नौ विकेट पर 137 रन से आगे नहीं बढ़ पाया। इस तरह से विजय माल्या की टीम को उपविजेता से ही संतोष करना पड़ा। बेंगलुरु के शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों को आउट करने वाले प्रज्ञान ओझा ने 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए जबकि एंड्रयू साइमंड्स और हरमीत सिंह को दो-दो विकेट मिले। डेक्कन की इस जीत का श्रेय निश्चित तौर पर उसके गेंदबाजों को जाता है, जिन्होंने सही लाइन और लेंग्थ से गेंदबाजी करके बेंगलुरु के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया और उन पर दबाव बनाए रखा। बेंगलुरु के चोटी के बल्लेबाजों की असफलता उसकी हार का कारण बनी। जैक्स कैलिस (17 गेंद पर 16 रन) फिर से बड़ी पारी खेलने में असफल रहे और शुरू में ही आरपी सिंह की गेंद पर बोल्ड हो गए। आईपीएल में भारत के पहले शतकवीर मनीष पांडे (4) का जादू नहीं चल पाया और वे ओझा की पहली गेंद पर पैवेलियन लौट गए। रीलोफ वान डर मर्व (21 गेंद पर 32 रन) ने हैरिस के तीसरे ओवर में लांग ऑफ और लांग ऑन पर छक्के जड़े और फिर साइमंड्स का स्वागत भी डीप स्क्वेयर लेग पर छक्का जमाकर किया, लेकिन ओझा ने उन्हें एडम गिलक्रिस्ट के हाथों स्टंप आउट करा दिया। राहुल द्रविड़ (9) क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी किसी में भी रंग में नहीं दिखे और हरमीत की गेंद पर पैडल शॉट मारने के चक्कर में बोल्ड हो गए। रोस टेलर (20 गेंद पर 27 रन) ने हरमीतसिंह पर लगातार दो चौके जमाकर शुरुआत की लेकिन साइमंड्स का ओवर मैच का टर्निंग प्वाइंट बन गया। बेंगलुरु को जब 35 गेंद पर 45 रन की जरूरत थी तब टेलर सही तरह से पुल नहीं कर पाए और डीप स्क्वेयर लेग पर वेणुगोपाल राव को कैच दे गए। गिलक्रिस्ट ने अगली गेंद पर बड़ी खूबसूरती से विराट कोहली (7) को स्टंप आउट किया।अब डेक्कन के प्रशंसक उछल रहे थे और बेंगलुरु टीम को चाहने वालों के चेहरों पर निराशा छाने लगी थी। हरमीत ने मार्क बाउचर को गिब्स के हाथों कैच कराकर विजय माल्या के शिविर में सनसनी फैला दी। मध्यम गति के इस गेंदबाज ने 22 रन देकर दो विकेट लिए। रॉबिन उथप्पा (नाबाद 17) के कुछ करारे शॉट भी बेंगलुरु की जीत के लिए नाकाफी थे।इससे पहले अनिल कुंबले ने अपने मारक अस्त्रों गुगली और फ्लिपर का बेजोड़ नमूना पेश करके न सिर्फ किफायती गेंदबाजी की बल्कि चार महत्वपूर्ण विकेट भी लिए, जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने डेक्कन चार्जर्स को छह विकेट पर 143 रन ही बनाने दिए। आईपीएल फाइनल का ऑनलाइन स्कोर कार्ड
कुंबले ने पारी के शुरुआती ओवर से ही विकेट निकाले तथा एडम गिलक्रिस्ट (0), एंड्रयू साइमंड्स (33) और रोहित शर्मा (24) जैसे खतरनाक बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजा। डेक्कन की तरफ से हर्शल गिब्स ने सर्वाधिक नाबाद 53 रन बनाए जिसके लिए उन्होंने 48 गेंद खेली तथा तीन चौके और दो छक्के लगाए। कुंबले ने टॉस जीतने के बाद डेक्कन चार्जर्स को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित करके गिलक्रिस्ट के तूफान को शुरू में ही ठंडा करके बेंगलुरु को शानदार शुरुआत दिलाई। सेमीफाइनल में 85 रन की तूफानी पारी खेलने वाले गिलक्रिस्ट इस लेग स्पिनर की गुगली पर पूरी तरह चूक कर बोल्ड हो गए। आर. विनय कुमार ने चौथे ओवर में गेंद संभालने के बाद नए बल्लेबाज टी सुमन (10) को भी पैवेलियन भेजकर डेक्कन का स्कोर दो विकेट पर 18 रन कर दिया। विनय कुमार को जल्द ही साइमंड्स का विकेट भी मिल जाता था लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक कैच लेने वाले राहुल द्रविड़ ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया। तब इस बल्लेबाज ने केवल 5 रन बनाए थे। साइमंड्स ने इसके बाद जाक कैलिस पर लगातार दो चौके लगाए और फिर रीलोफ वान डर मर्व की गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा। यह ऑलराउंडर हालांकि बड़े अजीबोगरीब तरीके से बोल्ड हुआ। कुंबले ने फिर से गुगली की जो साइमंड्स के बाजू और जाँघ से लगकर लेग स्टंप उखाड़ गई। चार चौके और एक छक्का लगाने वाले साइमंड्स को भी विश्वास नहीं हुआ कि उनकी 21 गेंद की पारी समाप्त हो गई है। साइमंड्स के जाने के बाद गेंद सीमा रेखा का दर्शन करने के लिये तरस गई तथा बीच में 33 गेंद तक कोई चौका या छक्का नहीं पड़ा। कुंबले ही नहीं वान डर मर्व ने भी अपनी स्पिन से गिब्स और रोहित जैसे धुआँधार बल्लेबाजों को बाँधे रखा। बेंगलुरु की तरफ से प्रवीण कुमार हालाँकि शुरू से सही लाइन हासिल करने के लिए जूझते रहे। वह जब दूसरा स्पैल करने के लिए आए तो गिब्स ने उन पर मिडविकेट और रोहित ने डीप स्क्वेयर लेग पर छक्के जड़े। यह पारी का सबसे महँगा ओवर साबित हुआ, जिसमें 20 रन बने। प्रवीण ने चार ओवर में 43 रन दिए। कुंबले पारी का 17वाँ और अपना अंतिम ओवर करने आए तो उन्होंने पहले रोहित और बाद में वेणुगोपाल राव को पैवेलियन भेजा। रोहित के विकेट में हालाँकि पांडे ने अहम भूमिका निभाई जिन्होंने मिड ऑफ से दौड़कर कवर में बेहतरीन कैच लपका। इसके बाद गिब्स ने प्रवीण पर मिड ऑन पर छक्का जड़कर अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह टीम का स्कोर डेढ़ सौ रन के पार पहुँचाने में नाकाम रहे।