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Last Updated : मंगलवार, 18 अगस्त 2020 (18:20 IST)

ड्रीम-11 बना IPL 2020 का टाइटल प्रायोजक, 222 करोड़ में खरीदे राइट्स

ड्रीम-11 बना IPL 2020 का टाइटल प्रायोजक, 222 करोड़ में खरीदे राइट्स - Dream-11 becomes title sponsor of IPL 2020
नई दिल्ली। ऑनलाइन फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनी ड्रीम11 (Dream11) ने  18 अगस्त से 31 दिसम्बर 2020 तक के लिए आईपीएल 2020 (IPL 2020) के टाइटल प्रायोजन अधिकार 222 करोड़ रुपए की बोली लगाकर हासिल कर लिए हैं। टाइटल स्पॉन्सरशिप आईपीएल के व्यावसायिक राजस्व का अहम हिस्सा है, जिसका आधा भाग सभी आठों फ्रेंचाइजी में बराबर बराबर बांटा जाता है।
 
आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने यह पुष्टि की है। ड्रीम11 ने बेशुमार दौलत से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण के लिए टाइटल प्रायोजक की होड़ में अग्रणी शैक्षिक कोचिंग समूह अनअकैडमी और बायजूस को पीछे छोड़ा।  टाटा समूह ने अंतिम बोली नहीं लगाई जबकि बायजूस (201 करोड) और 'अनअकैडमी' (170 करोड़) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहें।
चीनी मोबाइल फोन कंपनी वीवो के आईपीएल के टाइटल प्रायोजन से इस साल हटने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को नए टाइटल प्रायोजक की तलाश थी।
 
बीसीसीआई ने गत 10 अगस्त को आईपीएल 2020 के टाइटल प्रायोजन के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। आईपीएल के 13वें सत्र को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा।
 
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के कारण बीसीसीआई और चीनी मोबाइल कंपनी वीवो ने 2020 में आईपीएल के 13वें संस्करण के लिए अपना करार निलंबित करने का फैसला किया था। 
 
बीसीसीआई के अनुसार आईपीएल टाइटल प्रायोजन के लिए इच्छुक पार्टियों का टर्नओवर पिछले ऑडिट अकाउंट के अनुसार 300 करोड़ रुपए से ऊपर होना चाहिए था और ड्रीम11 ने 222 करोड़ रुपए की बोली लगाकर ये अधिकार हासिल किए। वीवो से बीसीसीआई को एक सत्र के लिए 440 करोड़ रुपए मिलते थे।
 
टाइटल प्रायोजन के लिए आवेदन देने की आखिरी तारिख 14 अगस्त को शाम पांच बजे तक थी। टाइटल प्रायोजन जीतने वाली कंपनी के पास यह अधिकार चार महीने 13 दिन तक रहेगा।
 
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने आवेदन आमंत्रित करते समय यह स्पष्ट कर दिया था कि जरूरी नहीं कि सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को टाइटल प्रायोजन के अधिकार दिए जाएं। शाह ने कहा था कि टाइटल प्रायोजन का फैसला करते समय कई पहलुओं को देखा जाएगा। समझा जाता है कि पतंजलि और जियो कम्युनिकेशन्स के नाम भी टाइटल प्रायोजन की होड़ में उठे थे।
 
वीवो ने 2017 में 5 साल (2018-2022) के लिए आईपीएल टाइटल प्रायोजन का करार 2199 करोड़ रुपए में जीता था। बीसीसीआई को एक सत्र में वीवो से 440 करोड़ रुपए मिलते हैं लेकिन ड्रीम11 की बोली से बीसीसीआई की कमाई में 49.5 फीसदी की गिरावट आई है।
 
ड्रीम11 मुंबई स्थित कंपनी है और वह 2008 से क्रिकेट से जुड़ी हुई है, जब इसने पहली चैंपियंस लीग टी-20 की टीम ओटागो वोल्टस को प्रायोजित किया था। यह आईसीसी के साथ आधिकारिक फैंटेसी क्रिकेट प्लेटफॉर्म पार्टनर भी है और अब इसके साथ आईपीएल का नाम भी जुड़ जाएगा।