जो बाइडेन का ये कमांडर खतरनाक है, अब तक 24 सीक्रेट सर्विस के अफसरों को दे चुका है घाव
- कमांडर से जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन भी हैं परेशान
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क्यों सीक्रेट सर्विस के अफसरों को शिकार बना रहा कमांडर
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कमांडर से अमेरिका के सीक्रेट सर्विस के अफसरों में खौफ
Joe Biden Dog Commander: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का कमांडर इन दिनों सीक्रेट सर्विस के अफसरों के लिए खौफ बना हुआ है। ये सीक्रेट सर्विस के बडे अधिकारी हैं, लेकिन जैसे ही कमांडर को देखते हैं भाग जाते हैं। क्योंकि बाइडेन का यह कमांडर अब तक 24 अफसरों को अपना शिकार बना चुका है।
जी हां, जो बाइडेन का ये कमांडर कोई अफसर नहीं बल्कि उनका कुत्ता है जो जर्मन शैफर्ड नस्ल का है। अब तक कमांडर ने सीक्रेट सर्विस के एजेंटों को 24 बार काटा है। बता दें कि 'कमांडर' से अमेरिका की प्रथम महिला भी परेशान हैं।
24 बार एजेंटों को काटा : सीक्रेट सर्विस के दस्तावेजों से पता चलता है कि अक्टूबर 2022 से जुलाई 2023 के बीच जो बाइडेन के कुत्ते कमांडर ने 24 बार एजेंटों को काटा है। उसने एजेंटों की कलाई, कोहनी, कमर, छाती, जांघ और कंधे पर काटा है। हालांकि, ये आंकड़े पूरी तरह सही है, यह जरूरी नहीं है। इसकी वजह यह है कि दस्तावेजों में केवल सीक्रेट सर्विस के आंकड़े हैं। इसमें व्हाइट हाउस में काम करने वाले या मैरीलैंड में कैंप डेविड के कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है
बता दें कि कमांडर ने पिछले साल अक्टूबर में व्हाइट हाउस को छोड़ दिया था। उसने एक सीक्रेट सर्विस एजेंट को कई जगहों पर काट लिया था, जिससे उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। पिछले साल जून में कुत्ते ने एक एजेंट की बांह पर काट लिया था, जिससे उसे कई टांके लगाने पड़े थे। फर्श पर खून होने की वजह से पूर्वी विंग में जाने पर 20 मिनट के लिए रोक लगा दी गई थी। इसके बाद, जुलाई में कमांडर ने एक और एजेंट के हाथ में काट लिया, जिससे उसे छह टांके लगाने पड़े थे। उसके हाथ में गहरा घाव हो गया था। एजेंट का काफी खून बह गया।
जिल बाइडेन भी परेशान : प्रथम महिला जिल बाइडेन के ऑफिस से जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने इस समस्या का समाधान के लिए कई उपाय किए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इस पर उन्होंने कमांडर को रिश्तेदारों के साथ रहने के लिए भेज दिया। इससे पहले, बाइडेन के एक और कुत्ते मेजर ने 2021 में एक सीक्रेट सर्विस एजेंट को काट लिया था, जिसके बाद से डेलवेयर भेज दिया गया।
Edited by Navin Rangiyal