पडांग। इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में पश्चिमी तट पर बुधवार को शक्तिशाली और तेज भूकंप आया, जिसके कारण निवासियों में अफरा-तफरी फैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आए। पूर्व में इस क्षेत्र में जबर्दस्त भूकंप और सुनामी आती रही है।
स्थानीय अधिकारियों ने इस संबंध में सुनामी की चेतावनी भी जारी की हालांकि बाद में कई घंटों के बाद इसे वापस ले लिया गया। वहां से तत्काल किसी के हताहत होने या नुकसान के बारे में खबर नहीं है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार, शाम करीब छह बजकर 50 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई और यह समुद्र में 24 किलोमीटर की गहरायी में आया।
भूकंप का अधिकेन्द्र देश के प्रमुख पश्चिमी द्वीप सुमात्रा के दक्षिण पश्चिम में स्थित मेनतावाई द्वीप समूह से कई सौ किलोमीटर की दूरी पर था।
पश्चिमी सुमात्रा के एक बड़े शहर पडांग में भूकंप का तगड़ा झटका महसूस किया गया। वहां पर मौजूद एक पत्रकार ने बताया कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और मोटरसाइकिल, कार या पैदल ऊंचाई वाले स्थानों पर चले गये।
पत्रकार ने बताया कि यातायात गतिविधि रूक गई और सड़कों पर भय का माहौल देखा गया। स्थानीय बीएमकेजी भूकंप निगरानी एजेंसी ने पश्चिमी सुमात्रा के तटरेखा पर कई प्रांतों में सुनामी चेतावनी जारी की लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया।
इससे पहले इंडोनेशिया में पिछले महीने की 12 फरवरी को भी भूकंप का तगड़ा झटका आया था। रिक्टर स्कैल पर इसे 6.6 मापा गया था। इस भूकंप का केंद्र सुंबा आइलैंड के पास था।
इंडोनेशिया को भूकंप का खासा तजुर्बा है। 12 जनवरी को 6.9 तीव्रता का जबरदस्त भूकंप आया था। इसका केंद्र इंडोनेशियाई द्वीप मोलुका से 330 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम था और इसकी गहराई भूतल से 102 किमी नीचे थी। समुद्र के किनारे बसे होने के कारण इंडोनेशिया में भूकंप के बाद सूनामी का खतरा बना रहता है। (भाषा/वेबदुनिया)