पीएम मोदी को चुनौती... मोदी पीओके में रैली कर लें और इमरान को श्रीनगर में करने दें सभा!
अजीब बयान के बाद ट्विटर पर ट्रोल हो गए पाकिस्तानी विदेशमंत्री
कश्मीर मुद्दे पर चारों तरफ से घिरे पाकिस्तान के मंत्री अब अजीब तरह की बयानबाजी पर उतर आए हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर दम है तो वे पीओके में आकर वहां की जनता को रैली में संबोधित करे, और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को श्रीनगर में रैली करने की इजाजत दें, पता चल जाएगा किस में कितना दम है। उन्होंने कहा कि दुनिया को पता चल जाएगा कि किस नेता का कितना स्वागत कश्मीर में होता है
उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए यह बात कही। हालांकि इसके बाद वे सोशल मीडिया पर बुरी तरह से ट्रोल हो गए।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में रैली करने का न्यौता दिया। इसके साथ ही कुरैशी ने कहा कि भारत इमरान खान को श्रीनगर में लोगों से मिलने की अनुमति दे।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के प्रधानमंत्री को यह मेरा आखिरी पैगाम है और इससे दुनिया को पता चल जाएगा कि किस नेता का कितना स्वागत कश्मीर में होता है।
'मैं भारत के प्रधानमंत्री को आखिरी पैगाम देता हूं। आज कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे का एक साल पूरा हो गया है। मैं पाकिस्तान के विदेश मंत्री के नाते आपको न्योता देता हूं कि अगर आपको अपनी नीतियों पर भरोसा है तो मुजफ्फराबाद में कश्मीरियों के सामने रैली करें। अगर आपमें हौसला है तो आप इमरान खान को श्रीनगर जाने दें। जनमत संग्रह जब होगा तब होगा लेकिन आवाम का जनमत संग्रह आज हो जाएगा। अगर हिम्मत है तो हमारी चुनौती को स्वीकार करो।'
इसके बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री ट्विटर पर जमकर ट्रोल हो गए। लोगों ने उनके खूब मजे लिए। लोगों ने लिखा,
'पाकिस्तानी राजनेता चकरा गए हैं। बयानबाजी करने के अलावा उनके पास और कोई जवाब नहीं है। वे लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं और वह हासिल नहीं कर सकते हैं जो वह चाहते हैं।
एक यूजर ने लिखा
'पाकिस्तान कहां से कहां पहुंच गया... कभी कहता था कि हम कश्मीर के लिए परमाणु बम का इस्तेमाल करेंगे, अब कह रहे हैं कि लाइन ऑफ कंट्रोल के उस तरफ पीएम को बात करने दो। अगली बार कहेगा कि दोनों देशों में कबड्डी करवा लो।
कुल मिलाकर अपने बयान के बाद ट्विटर पर शाह मेहमूद कुरैशी की बहुत फजीहत हो गई।