मास्को। यूक्रेन से तनाव के बीच रूसी सेना ने शनिवार को अपने परमाणु बलों का सैन्य अभ्यास शुरू किया है। रूस और बेलारूस ने 10 दिनों का सैन्य अभ्यास शुरू किया है। रूस के जेट, हेलीकॉप्टर, टैंक और पैराट्रूपर्स आदि बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास में शामिल हैं।
परमाणु युद्ध अभ्यास शुरू करते ही रूस ने किंजल हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलें दागीं। इस बीच अमेरिका ने रूस से सैन्य बलों को कम करने की सलाह दी है। शनिवार निवार को हो रहे इस सैन्य अभ्यास की निगरानी खुद व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति पुतिन कर रहे हैं।
अभ्यास में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को भी शामिल किया गया है। इस अभ्यास का रूस के रक्षा मंत्रालय ने वीडियो भी जारी किया है।
एक सैनिक के मरने की खबर : अलगाववादियों की गोलाबारी में एक यूक्रेनी सैनिक के मारे जाने की खबर है। यूक्रेन की सेना ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक अलगाववादियों ने गोलाबारी की जिसमें एक सैनिक मारा गया है। सेना ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि अलगाववादियों ने 20 से अधिक बस्तियों पर गोलियां चलाईं और रॉकेट दागे।
पूर्वी यूक्रेन में कथित रूस समर्थित अलगाववादियों ने एक कार को निशाना बनाया था। एक गैस पाइप लाइन को भी विस्फोट कर उड़ा दिया था। इन दोनों ब्लास्ट को रूस से युद्ध के ट्रेलर के रूप में देखा जा रहा है। यूक्रेन ने जहां हमले के लिए रूस को जिम्मेदार बताया है, तो वहीं रूस ने इसे यूक्रेन की साजिश करार दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि रूस के पूर्वी सैन्य जिले की समुद्री इकाइयों ने बेलारूस के ओबुज-लेस्नोव्स्की प्रशिक्षण मैदान में संयुक्त अभ्यास शुरू कर दिया है। रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए वीडियो में नौसैनिकों को Mi-8 सैन्य हेलीकॉप्टरों में उतरते और विभिन्न सामरिक अभ्यास करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
विद्रोहियों ने दिया लामबंद का आदेश : पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया।
दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया।
लुहांस्क में एक अन्य अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है। पुशिलिन ने यूक्रेन की सेना से आक्रमण के आसन्न खतरे का हवाला दिया है। हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने इन आरोपो से इनकार कर दिया है।
अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक तकरीबन आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गयी है, जिसमें दोनेत्स्क में एक कार में बम विस्फोट और एक मानवीय राहत सामग्री ले जा रहे काफिले पर बमबारी भी शामिल है।
डेढ़ लाख से ज्यादा सैनिक : ऐसा अनुमान है कि रूस ने यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर 1,50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने शुक्रवार को महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी। इन प्रयासों के तुरंत बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कई विस्फोट हुए थे।
बाइडेन ने कहा, किया हमले का फैसला : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्हें यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन और उसकी राजधानी कीव पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है। इस बीच, रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने घोषणा की है कि वह शनिवार को बड़े पैमाने पर परमाणु अभ्यास करेगा और पुतिन ने पश्चिमी देशों से आसन्न खतरों के मद्देनजर रूस के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने का वचन दिया है। बाइडन ने फिर से चेताया है कि यूक्रेन पर आक्रमण करने की स्थिति में रूस के खिलाफ और कड़े आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन सीमा के आसपास तैनात सुरक्षा बलों के अनुमानित तौर पर 40 से 50 प्रतिशत जवान सीमा के पास हमले की स्थिति में तैनात हैं। रूस और अमेरिका के बीच वार्ता के भी प्रयास हो रहे हैं। अमेरिकी और रूसी रक्षा प्रमुखों ने शुक्रवार को बात की। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव अगले सप्ताह मिलने पर सहमत हुए हैं। फिलहाल, सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी यूक्रेन में है, जहां अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
पुशिलिन ने कहा कि महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग पहले जाएंगे और रूस ने उनके रहने का बंदोबस्त किया है। उन्होंने एक वीडियो बयान में आरोप लगाया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की इलाके में जल्द ही आक्रमण का आदेश देने जा रहे हैं।
प्राधिकारियों ने दोनेत्स्क में एक अनाथालय से बच्चों को निकालना शुरू कर दिया है और अन्य निवासी भी रूस जाने वाली बसों में सवार हो रहे हैं। गैस स्टेशनों पर लंबी कतारें लग गयी हैं, क्योंकि ज्यादातर लोगों ने खुद से जाने की तैयारी कर ली है। पुतिन ने सरकार को क्षेत्र को छोड़कर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को करीब 130 डॉलर देने का आदेश दिया है, जो युद्धग्रस्त दोनबास क्षेत्र में औसत मासिक वेतन का आधा है।