कैम्ब्रिज एनालिटिका मामले में जुकरबर्ग की मुश्किलें बढ़ी
वाशिंगटन। कैम्ब्रिज एनालिटिका मामले पर फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। अमेरिका में कांग्रेस की एक समिति ने औपचारिक रूप से फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग को तलब किया।
समिति ने कहा है कि जुकरबर्ग समिति के सामने पेश होकर विभिन्न सवालों के जवाब दें। यूरोपीय पार्लियामेंट भी इस मामले की जांच कर रहा है।
द हाउस इनर्जी एंड कॉमर्स कमेटी ने जुकरबर्ग को पत्र भेजकर कहा कि वह समिति के समक्ष उपस्थित होकर यह साफ करें कि पांच करोड़ लोगों का डाटा कैम्ब्रिज एनालिटिका के हाथ कैसे लगा।
समिति के अध्यक्ष रिपब्लिक सांसद ग्रे वाल्डन, डेमोक्रेटिक सांसद फ्रैंक पालोन और अन्य सदस्यों के इस पत्र पर हस्ताक्षर हैं। फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि जुकरबर्ग को कब पेश होने के लिए बुलाया गया है लेकिन यह कांग्रेस सत्र के दो सप्ताह के अवकाश समाप्त होने के बाद ही संभव है।
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा है कि उसे अमेरिकी सांसदों का पत्र मिला है और इसकी समीक्षा की जा रही है। हालांकि प्रवक्ता ने यह नहीं कहा कि जुकरबर्ग अमेरिकी सांसदों की समिति के सामने पेश होने के लिए तैयार होंगे अथवा नहीं।
जुकरबर्ग ने बुधवार को इस मामले में चुप्पी तोड़ी थी और माफी मांगते हुए वायदा किया कि यूजर्स के डाटा को सुरक्षित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। लेकिन उनकी माफी ने उनके खिलाफ दुनिया भर के निवेशकों और विज्ञापन दाताओं के विरोध को कम नहीं किया बल्कि और बढ़ा दिया।
जुकरबर्ग यूजर्स के डाटा चोरी होने के मामले में बुरी तरह घिर गए हैं और फेसबुक के शेयर भी नीचे आ गए हैं। (भाषा)