कनाडा में डॉक्टरों ने वेतन बढ़ाने का विरोध किया
क्यूबेक सिटी। भारत में लोग अपना वेतन बढ़वाने के लिए धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करते हैं। वहीं, नेतागण बिना किसी से पूछे अपने वेतन-भत्तों को मनमाने तरीके से बढ़ा लेते हैं। लेकिन कनाडा के क्यूबेक प्रांत में डॉक्टरों ने वेतन बढ़ाने का विरोध किया। उनका कहना था कि जितनी धनराशि उनका वेतन बढ़ाने पर खर्च की जानी है, उससे चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए। डॉक्टरों ने अपना पत्र फ्रेंच में लिखा जोकि क्यूबेक की पहली भाषा है।
कनाडा के क्यूबेक प्रांत में सैकड़ों डॉक्टरों और चिकित्सा छात्रों ने अपनी सैलरी बढ़ाने का विरोध किया है। वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक इन 500 से अधिक डॉक्टरों ने एक ऑनलाइन याचिका दायर कर कहा कि उन्हें पहले से ही काफी सैलरी मिल रही थी। डॉक्टरों ने अपनी ऑनलाइन याचिका में लिखा है, 'हम क्यूबिक के डॉक्टर, हमारे मेडिकल फेडरेशन द्वारा बढ़ाई गई हमारी सैलरी का विरोध करते हैं।' डॉक्टर्स चाहते हैं कि यह पैसा स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए इस्तेमाल होना चाहिए।
डॉक्टरों ने लिखा है कि डॉक्टरों के साथ काम करनेवाले स्टाफ की स्थिति ठीक नहीं है, मरीज भी खुश नहीं हैं, ऐसे में सैलरी बढ़ना उन्हें ठीक नहीं लगता। विदित हो कि कनाडा की नर्सें काम के घंटों को लेकर परेशान रहती हैं। इसलिए याचिका में लिखा गया है, ' अगर हमारे साथी खुश होंगे, इलाज के लिए आनेवाले मरीज संतुष्ट होंगे तो वह हमें अच्छा लगेगा, यह खुशी पैसे बढ़ने से नहीं मिल सकती।'
डॉक्टरों के प्रदर्शन पर वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान भी आया है। स्वास्थ्य मंत्री जिनेट पेतितास टेलर का कहना है कि अगर डॉक्टरों को लगता है कि उन्हें सच में ज्यादा पैसा दिया जा रहा है, तो वे उस पैसे को छोड़ सकते हैं। सुश्री टेलर ने कहा, 'मैं वादा करती हूं कि उस पैसे का अच्छा इस्तेमाल होगा।' मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय के पास जरूरी कामों के लिए पैसा है, लेकिन बेशुमार पैसा भी नहीं हैं।