मंगलवार, 22 जुलाई 2025
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. अंतरराष्ट्रीय
Written By वार्ता

दिखावा बंद कर अमेरिका से तलाक लें पाक...

अमेरिका
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने कहा कि दोनों देशों को अब दोस्त होने का दिखावा बंद करके राजी-खुशी से तलाक ले लेना चाहिए

हक्कानी ने यहां नेशनल इन्टरेस्ट सेन्टर को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका एक-दूसरे से गैर व्यावहरिक उम्मीदें लगाते हैं, जैसे अमेरिका को उम्मीद है कि पाक आतंकवादियों के साथ अपने संबंध समाप्त कर लेगा।

हक्कानी ने कहा कि जैसे पाकिस्तानी लोग यह उम्मीद लगाए हैं कि भारत के खिलाफ युद्ध में अमेरिका पाकिस्तान का साथ देगा, वहीं अमेरिका सोचता है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों को नष्ट कर देगा अथवा आतंकवादियों के साथ अपने संबंध समाप्त कर देगा। उन्होंने कहा कि दोनों ही बातें असंभव हैं।

पाकिस्तान राजदूत के तौर पर पिछले वर्ष इस्तीफा देने के बाद हक्कानी का यह पहला भाषण था। पाकिस्तान के चार प्रधानमंत्रियों के सलाहकार रह चुके हक्कानी अपने आपको उस छोटे गुट से जुड़ा मानते हैं, जो अमेरिका के साथ बेहतर संबंध का समर्थन करते हैं।

पाकिस्तान की सरजमी पर खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद सैन्य तख्ता-पलट के अंदेशे या अमेरिका को मेमो भेजने के आरोप के बाद हक्कानी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

हक्कानी ने लगातार कहा था कि पाकिस्तान में कोई न कोई जरूर यह जानता था कि लादेन वहां मौजूद हैं। हालांकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दोष देने की बजाय उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच किए जाने की आवश्यकता है। हक्कानी ने सुझाव दिया कि दोनों देशों को रिश्तों में तल्खियां आने देने की बजाय सौहार्दपूर्ण ढंग से अलग हो जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अलगाव के बाद दोनों देश एक-दूसरे से ज्यादा व्यावहारिक उम्मीदें लगाएंगे। दोनों ओर से सहयोग तभी संभव है, जब उसमें विश्वासघात का संदेह नहीं हो, जो कि पाकिस्तान में चरम सीमा पर पहुंच गया है।

जून माह में पीव रिसर्च सेंटर की सर्वे रिपोर्ट का कुछ अंश पढ़ते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान को अरबों डॉलर का अनुदान दे रहा है, लेकिन फिर भी हर 4 पाकिस्तानी में से 3 लोग अमेरिका को अपना दुश्मन मानते हैं। (वार्ता)