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शुक्रवार, 18 जनवरी 2013 (15:13 IST)
कुंभ मेला, तीर्थराज प्रयाग में चौरासी दान
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इलाहाबाद में संगम तट पर दान की अलग-अलग व्याख्याएं की गई हैं, लेकिन कुल 84 दानों का संदर्भ हमें हर्षवर्धन के शासन काल में मिलता है। कन्नौज सम्राट हर्षवर्धन हर साल संगम स्थल पर आकर दान करता था।
कहते हैं कि उसने अपने समय पूरे 84 दान किए थे। आज भी कई लोग यहां दान करते हैं, लेकिन उन्हें दानों का सम्पूर्ण ज्ञान नहीं होता। अमूमन बारह या अठारह दान करके लोग अपने धार्मिक दायित्वों की इतिश्री मान लेते हैं।
तीर्थराज प्रयाग में स्नान, दान और यज्ञ का बड़ा महत्व है। पुराणों में कहा गया है कि गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर किया गया दान परलोक में या जन्म-जन्मांतर तक कई गुना होकर दानकर्ता को प्राप्त होता है। प्रयाग के तीर्थ पुरोहित, श्रद्धालु यात्रियों को चौरासी लाख योनियों में जन्म लेने से मुक्ति दिलाने के लिए उन्हें चौरासी वस्तुओं का दान करने को कहते हैं। - वेबदुनिया संदर्भ