स्मार्ट, ब्राइट और अलर्ट होने के साथ-साथ 35 वर्षीय अखिलेश यादव में अपने पिता मुलायमसिंह यादव की तरह से ग्रामीण वातावरण का असर दिखता है। वे समाजवादी पार्टी के भविष्य के नेताओं में शामिल हैं।
उत्तरप्रदेश के नए युवा नेताओं में शुमार अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी का नया चेहरा समझा जा सकता है। वे अपने पिता और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की तरह पहलवानी के शौकीन नहीं हैं वरन् उन्हें फुटबॉल खेलने, देखने और अमिताभ बच्चन की फिल्में देखने में मजा आता है।
एक जुलाई 1973 को इटावा जिले के सैफई गाँव में जन्मे अखिलेश तेरहवीं और चौदहवीं लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। वर्ष 2004 में उन्होंने कन्नौज संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था और बसपा के नेता अकबर अहमद डम्पी को हराकर चुने गए थे।
उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय (कर्नाटक) से इंजीनियरिंग में बीई और एमई किया है। वे पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन ऑस्ट्रेलिया में भी कर चुके हैं। श्रीमती डिंपल यादव के साथ विवाहित अखिलेश संसद की कई समितियों के सदस्य हैं और वे इनकी बैठकों में नियमित रूप से भाग लेते हैं।
लैपटॉप में अपने चुनाव क्षेत्र के आँकड़ों की जानकारी रखने वाले अखिलेश को ग्रामीण क्षेत्र में साइकिल की सवारी करते भी देखा जा सकता है। सांसद के रूप में उन्होंने लोकसभा में बहुत सारे मुद्दों को उठाया और बहुत से महत्वपूर्ण विषयों पर सवाल पूछने का सिलसिला भी जारी रखा है।
वे इस बार के संसदीय चुनावों में भी कन्नौज से पार्टी के उम्मीदवार हैं और समूचे राज्य में समाजवादी पार्टी का प्रचार करने में जुटे हुए हैं।