साठ की उम्र के बाद दालचीनी पावडर और शहद बराबर की मात्रा में लेने से ऊर्जा मिलती है। इस तरह के शोध से जुड़े डॉ. मिल्टन बताते हैं कि सुबह ब्रश करने के बाद और दोपहर तीन बजे के बाद हर दिन आधा चम्मच शहद एक गिलास पानी में दालचीनी पावडर बुरककर पीने से जीवन शक्ति बनी रहती है।
एक्जिमा, रिंगवर्म और अन्य चर्म विकारों में भी शहद और दालचीनी पावडर समान मात्रा में लेकर इसका पेस्ट प्रभावित स्थान पर लगाने से लाभ मिलता है।
जापान और ऑस्ट्रेलिया में कैंसर पर इसके असर को लेकर हुई ताजा शोध से पता चला है कि पेट और हड्डियों के पुराने कैंसर में इससे काफी लाभ मिलता है।