अमरूद : हर जगह मशहूर, गुणों से भरपूर
बीही, जामफल या अमरूद, इस फल को अमृत-सा फल माना गया है। सामान्य बोलचाल की भाषा में 'जाम' भी कहा जाता है। अमरूद फायदेमंद माना जाता है। इसके कई फायदे हैं :
* लगातार अमरूद खाने से कब्ज और पेट रोग में फायदा होता है।
* अमरूद में विटामिन 'सी' की काफी मात्रा होती है। अतः इसके नियमित सेवन से जुकाम से बचाव होता है।
* अमरूद को भूनकर खाने से पुरानी से पुरानी खांसी में फायदा होता है।
* यदि किसी व्यक्ति को भां ग का ज्यादा नशा हो जाए तो अमरूद खिलाने से नशा कम हो जाता है।
* दांतों व मसूड़ों में दर्द होने पर या दाँत में कीड़ा होने पर अमरूद के पत्तों को चबाने से फायदा होता है।
* अमरूद को काटकर काला नमक, जीरा, नीबू का रस मिलाकर खाने से मुंह का जायका सुधरता है तथा अरुचि और अपच दूर होता है।
कच्चे अमरूद को पत्थर पर घिसकर उसका एक सप्ताह तक लेप करने से आधाशीशी (आधे सिर का दर्द) का दर्द समाप्त हो जाता है। यह प्रयोग प्रातःकाल करना चाहिए।
अमरूद के ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम तथा पिसी मिश्री 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन प्रातः खाली पेट सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और शरीर सौंदर्य में भी वृद्धि होती है।
अमरूद खाने या अमरूद के पत्तों का रस पिलाने से भांग का नशा कम हो जाता है।
ताजे अमरूद के 100 ग्राम बीजरहित टुकड़े लेकर उसे ठंडे पानी में 4 घंटे भीगने दीजिए। इसके बाद अमरूद के टुकड़े निकालकर फेंक दें। इस पानी को मधुमेह के रोगी को पिलाने से लाभ होता है।
अमरूद के ताजा पत्ते में एक छोटा-सा टुकड़ा कत्था लपेटकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
-उक्त सभी प्रयोग अनुभव आधारित हैं, लेकिन इनका प्रयोग करने से पूर्व किसी विशेषज्ञ की सलाह या मार्गदर्शन अवश्य लें।