राष्ट्रमंडल के लिए स्वागत गीत
प्रो. सी.बी. श्रीवास्तव ‘विदग्ध‘
राष्ट्रमंडल देश के प्रतिभागियों! तव स्वागतम्, आपके इस आगमन पर, सब नमन करते हैं हम। दिखाएँ निज खेल और कलाओं की चतुराईयाँ मधुर मेलमिलाप से पट जाएँ मन की खाईयाँ।
परस्पर कर प्रदर्शन, ऊँचाईयाँ सब पा सके, नयन में सपने सजाए, गीत हम मिल गा सके। हो सके सबके लिए कल्याणकारी यह घड़ी, खेलों की लड़ियों में जुड़कर हो सफल यह शुभ कड़ी। हर्ष के जयकार से गूँजे सघन भारत गगन विश्वव्यापी भेदभावों का यहाँ होवे शमन।