एक बार छगन चौकीदार
वकील के पास गए और बोले
वकील साहब... मेरी वसीयत लिख दो, मैं मरने के बाद अपना सबकुछ यतीमखाने को दान करना चाहता हूं।
वकील साहब... मेरी वसीयत लिख दो, मैं मरने के बाद अपना सबकुछ यतीमखाने को दान करना चाहता हूं।
वकील साहब - क्या-क्या है तुम्हारे पास?
छगन चौकीदार- बस.. एक बेटा और एक बेटी।