World Food Safety Day 2021: 7 जून को क्यों मनाया जाता है विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस, 2021 की थीम क्या है?
रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की मूलभूत चीजें हैं। इन तीनों के बिना जीवन अधूरा है। लेकिन सबसे अधिक रोटी। अगर वह नहीं खाएंगे तो इंसान समय से पहले ही मर जाएगा। बनते बिगड़ते हालातों के बीच में कोई भूख से मर रहा है तो कोई दूषित भोजन से मर रहा है। लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 7 जून को खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। 2019 में इसकी शुरुआत हुई थी। इस दिन को सेलिब्रेट करने के तौर पर हर साल एक थीम भी तैयार की जाती है। तो जानते हैं क्यों यह विशेष दिन मनाया जाता है? क्या उद्देश्य है और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे क्या है उद्देश्य?
वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे यानी विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस हर साल 7 जून को मनाया जाता है। हालांकि कुछ सालों से यह 16 अक्टूबर को मनाया जाता था, लेकिन अब 7 जून को मनाया जाता है। 2018 में यूनाइटेड नेशन के, खाद्य और कृषि संगठन द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य है लोगों को दूषित भोजन के प्रति जागरूक करना। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक हर साल 4 लाख 20 हजार लोगों की जान चली जाती है सिर्फ दूषित भोजन खाने से। साथ ही बच्चों की भी दूषित या बैक्टीरिया से लबरेज भोजन से जान चली जाती है। रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग 1 लाख 25 हजार बच्चे मर जाते हैं।
फूड सेफ्टी इंडेक्स 2020
FSSAI (The Food Safety and Standard Authority of India) द्वारा फूड सेफ्टी इंडेक्स जारी किया गया था। जिसमें गुजरात ने बड़े राज्यों में बाजी मारी थी। वही केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ ने टॉप किया था और सबसे छोटे राज्यों में गोवा ने बाजी जीती थी।
बड़े राज्यों में गुजरात के बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र रहे। चंडीगढ़ के बाद दिल्ली और अंडमान निकोबार रहे। वहीं गोवा के बाद मणिपुर और मेघालय रहे।
वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे थीम 2021
वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे की इस साल की थीम है स्वस्थ्य कल के लिए आज का भोजन सुरक्षित। लोगों को इसके प्रति अधिक से अधिक जागरूक करना होगा। अन्यथा बेसमय यह कीमती जीवन राख में बदल सकता है।