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Written By ND

नववर्ष आगमन पर लीजिए नवप्रण

नववर्ष आगमन नवप्रण
- पद्मा राजेन्द्र
SubratoND
तो...क्या सोचा आपने? वजन कम करने की मुहिम छेड़ेंगे या फिर खर्चा कम करेंगे? 'न्यू इयर रिज्योल्यूशंस' के रूप में ऐसे ढेर सारे विचार दिमाग में उमड़-घुमड़ रहे होंगे। हर साल ऐसे ढेरों विचार मन में तो आते हैं लेकिन कार्यरूप में बहुत कम परिणत हो पाते हैं।

इसके लिए जरूरी है कि योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए और रखा जाए कुछ बातों का ध्यान, फिर देखिए कैसे बनते हैं आप संकल्पवान।

पहले से बनाएँ योजना
अक्सर लोग तुरंत निर्णय कर लिया करते हैं और यह विचार भी नहीं करते कि वे इस पर अमल भला किस तरह से करने जा रहे हैं। पहले अपनी उन आदतों को पहचानिए जिन्हें आप बदलना चाहते हैं। फिर उससे होने वाले नुकसान पर विचार कीजिए फिर इसके अच्छे-बुरे पक्षों का भी हिसाब लगाएँ व सावधानीपूर्वक लाभ-हानि की तुलना करें। एक बार संकल्प लेने के बाद उसे लिखकर रख लीजिए और मन ही मन योजना को दृढ़ कीजिए कि आप जो करने जा रहे हैं उसे आखिर कैसे करेंगे।

एक हो संकल्प
कई लोग एक बार में बहुत सारे संकल्प ले लेते हैं, मसलन धूम्रपान छोड़ने, वजन घटाने, पढ़ाई में ध्यान लगाने, माता-पिता से बेहतर ढंग से पेश आने का निश्चय एक साथ कर लेते हैं, परंतु निष्कर्ष यह निकलता है कि जिसने जितने ज्यादा निश्चय किए उसके सफल होने की संभावना उतनी ही कम हो गई। एकदम से सब कुछ बदल डालने की इच्छा प्रायः असंभव ही होती है। अतः बेहतर यही है कि किसी एक महत्वपूर्ण चीज का लक्ष्य बनाएँ और उसे पूरे मन से पाने की ईमानदारी से कोशिश करें।

लक्ष्य निर्धारण रखें स्पष्ट
अक्सर भारी भरकम लक्ष्य निर्धारित कर लिया जाता है। जैसे कि मैं इम्तेहान में टॉप पोजिशन लाऊँगा। इसकी बजाए यह प्रण अधिक कारगर होगा कि मैं परीक्षा में टॉप करने के लिए पूरी मेहनत करूँगा/ करूँगी। आपके संकल्प में सिर्फ यही नहीं होना चाहिए कि आप क्या और क्यों करना चाहते हैं बल्कि यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि आप इसे हासिल कैसे करेंगे, इतना करने के बाद आप लक्ष्य की तरफ बखूबी बढ़ सकते हैं।
  तो...क्या सोचा आपने? वजन कम करने की मुहिम छेड़ेंगे या फिर खर्चा कम करेंगे? 'न्यू इयर रिज्योल्यूशंस' के रूप में ऐसे ढेर सारे विचार दिमाग में उमड़-घुमड़ रहे होंगे। हर साल ऐसे ढेरों विचार मन में तो आते हैं लेकिन कार्यरूप में बहुत कम परिणत हो पाते हैं।      


कृतसंकल्प बने
अपने मन से प्रण लेने वालों में से ही अधिक लोग सफल होते हैं। यह बात आमतौर पर सभी निर्णयों पर लागू होती है। दूसरे लोग आपकी शक्ति और प्रेरणा बन सकते हैं लेकिन प्रण के लिए कृतसंकल्प आपको ही होना होगा। इसलिए खुद से प्रण करें।

करीबी लोगों से सहायता भी माँग लीजिए
अपने निश्चय को जग पर जाहिर भी कीजिए। अपने परिवार और दोस्तों में घोषणा कीजिए कि आप नई नौकरी तलाश रहे हैं अथवा खर्चों में कटौती कर रहे हैं। कई लोग ऐसे हैं जो वजन कम कर रहे होते हैं अथवा धूम्रपान छोड़ने वाले होते हैं तो वे दूसरों से कह देते हैं कि वे उपरोक्त निर्णय ले चुके हैं। परंतु अपने निश्चय की सिर्फ घोषणा ही मत कीजिए अपने करीबी लोगों को यह भी बताइए कि इसमें वे लोग भला किस तरह से आपकी मदद कर सकते हैं।
ND
आप चाहते हैं कि वे आपको गलती पर टोकें तो यही उनसे कह दें। एक व्यक्ति ने निश्चय किया कि हफ्ते में तीन शाम व्यायाम करेगा। उसने अपनी पत्नी से कहा कि तुम सिर्फ इस बात का ख्याल रखना कि इन तीन शामों को कोई कार्यक्रम न तय हो जाए। इस तरह उसका काम आसान हो गया और वह अपने निश्चय को पाने में सफल रहा।

विकल्प अपनाइए
एक बुरी आदत को छोड़ने का निश्चय पूरा करना मुश्किल है और इसकी तुलना में अच्छा काम करने का निश्चय पूरा करना आसान है। उन्हीं संकल्पों को ज्यादा सफलता मिली है जिनमें इन दोनों बातों का मेल होता है। जैसे शाम को दफ्तर से ठीक समय पर निकल लेना और गपशप से बचे समय का किसी अन्य काम में उपयोग करना।

पवन ने अपना वजन घटाने का निश्चय किया तो दूसरा निर्णय रात के खाने से पहले घर पहुँचकर कुछ न खाने का भी था। वह दफ्तर से घर दो किमी की दूरी पैदल नापने लगा। इससे व्यायाम तो निश्चित हुआ ही, वह घर भी ऐसे समय पहुँचने लगा कि खाने से पहले कुछ खाने का अवसर ही नहीं बचता था।

अपने प्रण के प्रति चौकस रहिए
आप देर रात का खाना बंद करना चाहते हैं तो इस निश्चय को ही लिखकर फ्रीज पर चिपका दें। आप हर हफ्ते एक किताब पढ़ना चाहते हैं तो इसे लिखकर अपने शीशे पर चिपका दें। अगर वजन कम करने का प्रण लिया है तो अपनी डायनिंग टेबल के पास किसी मनपसंद फिल्म तारिका अथवा मॉडल की तस्वीर चिपका लें वो तस्वीर आपके खाने पर अंकुश का काम करेंगी। इस तरह आप खुद को अपने प्रण के प्रति चौकस भी रख पाएँगे।

नकारात्मक व्रत मत लीजिए
पुराना कर्ज जब तक नहीं चुक जाता मैं नए कपड़े नहीं खरीदूँगी, यह निश्चय असफल ही होने वाला है। फिर जैसे ही आपको कोई बहुत सुंदर ड्रेस अथवा 25 प्रश छूट वाला स्वेटर दिखता है तो उसे खरीदते ही आपको अपना संकल्प ही टूट गया लगता है। इसकी बजाए ऐसा बजट बनाना बेहतर है जिसमें कभी-कभार खरीददारी की गुंजाइश भी रहे। नकारात्मक व्रत टालूपन ला देता है अतः एकदम से असंभव काम कर पाने का प्रयास मत कीजिए।

पलायन की न सोचे
वैसे तो हर दिन नए साल की शुरुआत करता है। 17 मार्च को अपना भोजन कम करने के अभियान में कसर रह गई हो तो फिर 18 मार्च से ही इसे फिर से लागू कर दीजिए। बीच में संकल्प को अधूरा मत छोड़िए। कल पर टालने का काम भी मत कीजिए। याद रखिए वक्त मुट्ठी मेंसे रेत की मानिंद सरक जाता है फिर आप सिर्फ हाथ मलते रह जाते हैं।

नववर्ष का आगमन नवप्रण के लिए बढ़िया अवसर है। यह उत्साह का समय है तो इस बार सबको नववर्ष शुभ हो। कहने के तुरंत बाद आप कहें- मैं निश्चय करता हूँ कि... और इस बार तो आप यह भी जानते हैं कि इस पर कैसे अडिग रहना है।