World Arthritis Day 2023: प्रतिवर्ष 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। यदि किसी व्यक्ति को एक बार यह बीमारी हो जाए तो समय रहते इसका इलाज कराना बहुत जरूरी हो जाता है। अधिकतर देखा गया है कि 30 से 35 साल की उम्र के बाद यह बीमारी होती है। गठिया की बीमारी बढ़ने के बाद यह अधिक तकलीफदेह बन जाती है। इस रोग सामान्य से सामान्य काम करने में भी बहुत परेशानी आती है। विश्व भर में यह रोग महिलाओं में अधिक तेजी से बढ़ता है।
आइए यहां जानते हैं क्यों और कब हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत, जानें गठिया रोग के प्रकार, लक्षण, खान-पान और उपचार के बारे में-
गठिया के प्रकार-
- रूमेटॉयड सोराइटिक
- ओस्टियो सोराइसिस
- गाउट
- पोलिमायलगिया रूमेटिका
- एनकायलाजिंग स्पोंडिलाइटिस
- रिएक्टिव
लक्षण-
- भूख नहीं लगना।
- शरीर में गांठ बनना।
- लगातार हल्का बुखार रहना।
- मुंह और आंखों में सूजन रहना।
सावधानियां-
- बारिश और ठंड में गुनगुने पानी से नहाएं।
- ठंडी हवा, ठंडी नमी वाली जगह पर नहीं जाएं।
- घुटनों में दर्द होने पर पालथी नहीं बनाएं।
- नियमित वॉक करें, व्यायाम करें, डॉक्टर की सलाह से मालिश करें।
- सीढ़ियां चढ़ते समय, घूमते-फिरने के दौरान छड़ी का प्रयोग करें।
गठिया रोग होने पर क्या न खाएं : गठिया से जोड़ों और हड्डियों में असहनीय दर्द होता है। इसलिए खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है।
- ठंडी चीजों से परहेज करें।
- दही, खट्टी और ठंडी छाछ का सेवन जरा भी नहीं करें।
- आइस्क्रीम, कुल्फी का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
- अधिक प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- पैकेज्ड फूड, डीप फ्राय आइटम जरा भी नहीं खाएं।
- अखरोट सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन गठिया होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
उपचार-
- हल्दी का सेवन कर सकते हैं। रोज सुबह दूध के साथ 1/4 चम्मच लें।
- ब्रोकली और पत्ता गोभी का सेवन जरूर करें। यह जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। नियमित रूप से ब्रोकली और पत्ता गोभी का सेवन करना चाहिए।
- लहसुन का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे शरीर में गर्मी बनी रहती है। जिससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
- विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं। जी हां, इससे जोड़ों के दर्द में थोड़ा आराम मिलता है। इसमें में कीवी, संतरे और स्ट्रॉबेरी का सेवन कर सकते हैं।
विश्व गठिया दिवस की शुरुआत क्यों और कब हुई: आपको बता दें कि विश्व गठिया दिवस मनाने की शुरुआत 12 अक्टूबर 1996 में हुई थी और इस दिन को मनाने की पहल गठिया और अर्थराइटस इंटरनेशनल द्वारा आयोजित किया गया था। इसके बाद से हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है। इस बीमारी से बचाव के लिए वैश्विक स्तर पर गतिविधियां की जाती है। क्योंकि इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने की जरूरत है। गठिया दिवस को मनाने का उद्देश्य है इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा जोड़ों या हड्डियों में होने वाले दर्द को लेकर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर उपचार शुरू करना है।
अत: गठिया शरीर के किसी भी हिस्से से हो सकता है। इसकी मुख्य वजह है जोड़ों में यूरिक एसिड जमा होने लगता है। और वह धीरे-धीरे गठिया का रूप लेने लगता है। यूरिक एसिड की मुख्य वजह है गलत खानपान और जीवनशैली। जिसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
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