एनीमिया का अर्थ है, शरीर में खून की कमी। हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन एक ऐसा तत्व है जो शरीर में खून की मात्रा बताता है। पुरुषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत तथा महिलाओं में 11 से 14 के बीच होना चाहिए। आइए पढ़ें खास बातें...
* एनीमिया का अर्थ है- शरीर में खून की कमी होना।
* यह तब होता है, जब शरीर के रक्त में लाल कणों या कोशिकाओं के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है।
* किशोरावस्था और रजोनिवृत्ति के बीच की आयु में एनीमिया सबसे अधिक होता है।
* भारत में 80 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं।
* गर्भवती महिलाओं को बढ़ते शिशु के लिए भी रक्त निर्माण करना पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने की संभावना होती है।
* एनीमिया एक गंभीर बीमारी है। इसके कारण महिलाओं को अन्य बीमारियां होने की संभावना और बढ़ जाती है।
* एनीमिया से पीड़ित महिलाओं की प्रसव के दौरान मरने की संभावना सबसे अधिक होती है।
एनीमिया के लक्षण -
* त्वचा का सफेद दिखना।
* जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी।
* कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट।
* चक्कर आना- विशेषकर लेटकर एवं बैठकर उठने में।
* बेहोश होना।
* सांस फूलना।
* हृदयगति का तेज होना।
* चेहरे एवं पैरों पर सूजन दिखाई देना।
एनीमिया के कारण -
* सबसे प्रमुख कारण लौह तत्व वाली चीजों का उचित मात्रा में सेवन न करना।
* मलेरिया के बाद जिससे लाल रक्त करण नष्ट हो जाते हैं।
* किसी भी कारण रक्त में कमी, जैसे-
-शरीर से खून निकलना (दुर्घटना, चोट, घाव आदि में अधिक खून बहना)
-शौच, उल्टी, खांसी के साथ खून का बहना।
- माहवारी में अधिक मात्रा में खून जाना।
* पेट के कीड़ों व परजीवियों के कारण खूनी दस्त लगना।
* पेट के अल्सर से खून जाना।
* बार-बार गर्भ धारण करना।