डेल्टा और ऑमिक्रॉन मिलकर मचा सकते हैं तहलका और तबाही
कोविड की तीसरी लहर हल्की होती नजर आ रही है। कोविड की तीसरी लहर में ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा अधिक नजर आ रहा था। हालांकि वैक्सीन के दोनों डोज जिन्हें लग चुके इनमें से अधिकतर मरीज घर पर ही रिकवर हुए। लेकिन कोविड का प्रकोप अभी पुरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। जहां ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट आ रहे हैं वहीं डेल्टा वैरिएंट से मिलकर नया वायरस बनाया जा सकता है। WHO के स्टडी में देखा कि यह कॉम्बिनेशन वाले वायरस की पहले से ही संभावना थी। क्योंकि ये दोनों वायरस काफी तेजी से फैल रहे थे।
फ्रांस में मिले दोनों डेल्टा और ओमिक्रॉन के कॉम्बिनेशन वाले वायरस..
फ्रांस की संस्था पैस्चर इंस्टीट्यूट ने ने अध्ययन किया जिसमें पाया कि डेल्टा और ओमिक्रॉन के कॉम्बिनेशन वाले वायरस को लेकर कड़े सबूत मिले हैं। स्टडी में पाया गया कि फ्रांस के कई क्षेत्रों में इसकी पुष्टि हुई है। साथ ही यह भी कहा जा रहा कि जनवरी 2022 से ही यह पैर पसार रहा है।
डेनमार्क और नीदरलैंड में भी हुई पुष्टि
अध्ययन में सामने आया कि इसी जीनोम और प्रोफाइल वायरस की डेनमार्क और नीदरलैंड में भी पुष्टि हुई है। अब इस पर स्टडी करने की जरूरत है। यह जानना जरूरी है कि ये सभी वायरस एक ही म्यूटेशन से निकले हैं या कॉम्बिनेशन के कई सारे मामले हैं।
मारिया वैन कर्खोव ने कहा पहले से उम्मीद की जा रही थी
WHO की टेक्निकल टीम को लीड कर रही मारिया वैन कर्खोव ने एक ट्वीट कर कहा कि पहले से ही उम्मीद की जा रही थी और देखते ही देखते ये वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहे हैं। शुरुआत में जब डेल्टा और ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन की आशंका जताई थी तब मारिया वैन ने कहा था कि ऐसा नहीं है। लेकिन अब स्पष्ट किया कि एक व्यक्ति में एक समय पर दो वैरिएंट से भी संक्रमित हो सकते हैं।
जून में कोविड की चौथी लहर!
तीसरी लहर का प्रकोप जितनी तेजी से फैला था उसी रफ्तार से अब समेटता जा रहा है। हालांकि जून में कोविड की चौथी लहर की संभावना जताई जा रही है। अगर कोविड का नया वैरिएंट आता है तो चौथी लहर आ सकती है।