देश के पांच चर्चित युवा नेता
कई आंतरिक मुद्दे और राजनीतिक उठापटक के बावजूद भारत को दुनिया का तेजी से तरक्की करने वाला देश कहा जा रहा है। भारत को युवाओं से बहुत आशा है और पिछले कुछ सालों में देश में जिस तरह के नीतिगत बदलाव हुए हैं, उनमें युवाओं की भागीदारी रही है। आज देश के राजनीतिक दल युवा नेतृत्व को बढ़ावा दे रहे हैं। हर पार्टी के पास युवा शक्ति और युवा नेतृत्व को आगे लाने का एजेंडा अहम है। जानते हैं भारत के पांच प्रमुख युवा नेताओं के बारे में।
राहुल गांधी
राहुल गांधी के राजनीति में सक्रिय होने से पहले युवा नेतृत्व की बातें जरूर होती थीं, लेकिन यह मुद्दा राजनीतिक दलों के एजेंडे में मुख्य तौर पर शामिल नहीं था, लेकिन राहुल गांधी ने कांग्रेस की ताकत बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर युवाओं को पार्टी में शामिल करने के प्रोग्राम चलाए। युवा शक्ति से जनाधार बढ़ाने के लिए नवंबर 2008 में राहुल गांधी ने बकायदा इंटरव्यू करके अपनी टीम के 40 सदस्यों का चुनाव किया, जो भारतीय युवा कांग्रेस का काम देखते हैं। आज युवा नेता के तौर पर राहुल सबसे ज्याद चर्चित चेहरा है। 2003
में राहुल गांधी राजनीति में सक्रिय हुए और इसके एक साल बाद उन्होंने अपनी खानदानी लोकसभा सीट अमेठी से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा। राहुल गांधी ने उत्तरप्रदेश के कई इलाको में आम आदमी के मुद्दों को समझने के लिए यात्राएं कीं। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों में भले ही राहुल गांधी का असर उतना नहीं रहा हो, लेकिन 2009 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 80 में से 21 सीटें जीतकर अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारा। दलितों के घर खाना खाना, खटिया पर रात बिताना, भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर आंदोलन करना, आदि राहुल के लोगों से जुड़ने के अपने तरीके हैं। हालांकि विरोधी राजनीतिक दल उनके इस तरीके को ढोंग करार देते हैं, लेकिन राहुल से युवा जुड़ रहे हैं और कांग्रेसी उन्हें बिना किसी विरोध के अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखते हैं।
वरुण गांधी
संजय गांधी-मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी के इतिहास में सबसे युवा राष्ट्रीय महासचिव हैं। गांधी परिवार से होने के बावजूद उन्होंने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की। वरुण गांधी और मेनका गांधी के बारे में एक चर्चित तथ्य है कि एक परिवार में दो सदस्य और दोनों ही सांसद।