जानो स्पेस सूट के बारे में
बच्चो, आप लोगों ने सुनीता विलियम्स के बारे में जरूर सुना होगा। सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में छह महीने तक रहने और सबसे लंबी स्पेस वॉक करने का रिकार्ड बनाया है। आप ने टेलीविजन चैनल और समाचार-पत्रों में सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों की तस्वीरें देखी होंगी। आपने देखा होगा अंतरिक्ष यात्री हमेशा एक खास तरह की ड्रेस पहनते हैं। एक मोटा सा सूट और उस पर हैलमेट और ऑक्सीजन मास्क भी लगा रहता है। अंतरिक्ष में जाने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को यहीं सूट पहनना पड़ता हैं। इसे स्पेस सूट कहते है। इस स्पेस सूट को पहने बगैर अंतरिक्ष में रहना संभव नहीं होता है। स्पेस सूट की वजह से ही अंतरिक्ष के प्रतिकूल माहौल में अंतरिक्ष यात्री जीवित रह पाते हैं। इस स्पेस सूट को तैयार करने के लिए भी वैज्ञानिकों ने बहुत मेहनत और शोध किया हैं। यह सूट उस कपड़े से नहीं बना होता है, जिसे हम और आप पहनते हैं। नासा के वैज्ञानिक अंतरिक्ष की स्थितियों का आँकलन करने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों के लिए इस सूट को तैयार करते हैं। 'हार्ड अपर टोर्सो' नामक पदार्थ का इस्तेमाल करते हुए अंतरिक्ष यात्रियों के सूट तैयार किये जाते हैं। इस सूट को पहनने के बाद हमारे शरीर का तापमान और बाहरी वातावरण से शरीर पर पड़ने वाला दबाव नियंत्रित रहता है। इसके साथ ही यह सूट इस तरह से बनाया जाता है कि यह अंतरिक्ष में मौजूद हानिकारक किरणों से हमारे शरीर को बचाने के लिए कवच का काम करे।इस सूट के अंदर ही एक लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम होता है, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है। इस सूट के अंदर गैस और द्रव पदार्थो को रीचार्ज और डिस्चार्ज करने की व्यवस्था भी होती है।इस सूट में ही अंतरिक्ष यात्री वहाँ से एकत्रित किये गए, ठोस कणों को सुरक्षित रख सकते हैं।