Last Modified: उदयपुर ,
गुरुवार, 10 अप्रैल 2014 (22:40 IST)
देश का प्रधानमंत्री आदिवासी हो : राहुल गांधी
उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने गुरुवार को यहां कहा कि उनकी सोच है कि देश का प्रधानमंत्री आदिवासी हो।
PTI
राहुल गांधी उदयपुर संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रघुवीर मीणा के समर्थन में गांधी मैदान में आयोजित चुनाव सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, उदयपुर क्षेत्र आदिवासी बहुल क्षेत्र है और इधर के नेता कह रहे हैं कि आदिवासियों के लिए यूनिवर्सिटी खोलनी है और उन्हें ऐसी शिक्षा देनी है कि वे आईएएस और आईपीएस की योग्यता प्राप्त करें लेकिन मेरी सोच है कि आदिवासी चीफ मिनिस्टर, मंत्री और देश का प्रधानमंत्री बने।
उन्होंने कहा, मैं भी दिल्ली में आदिवासियों के सिपाही के रूप में बैठा हूं। जब कभी भी इन्हें मेरी जरूरत पड़े, मैं हर समय आदिवासी भाइयों के लिए तैयार हूं। करीब 28 मिनट के सम्बोधन में भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा का घोषणा पत्र केवल एक आदमी का घोषणा पत्र है। वहां एक ही आदमी (नरेन्द्र मोदी) प्रधानमंत्री हो। एक ही आदमी चौकीदार हो।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने हमारे घोषणा पत्र की पूरी की पूरी नकल कर ली है। किया तो केवल यह कि हमारे हाथ की जगह उन्होंने अपना कमल लगा लिया है। हम चाहते हैं कि हजारों उद्योग लगें जिनसे लाखों लोगों को रोजगार मिले।
राहुल गांधी ने कहा कि हमने अपना घोषणा पत्र बनाने के लिए 6 महीने पहले से ही अलग-अलग प्रांतों की यात्राएं कीं। वहां के लोगों से मिले। उनसे पूछताछ की कि उन्हें किस तरह का देश चाहिए? वे देश को क्या स्वरूप देना चाहते हैं और उन्हें प्राथमिक तौर पर किन चीजों की अहमियत चाहिए?
राहुल ने कहा कि राजस्थान में भी हमने यहां के लोगों का दिल टटोला तो मुख्य रूप से तीन चीजें उभरकर आईं। पहली तो यह कि राजस्थान में जिस ढंग से मुफ्त दवाई की व्यवस्था की गई, वह योजना पूरे देश में लागू करें। दूसरी यह कि जिनके सिर पर मजबूत छत नहीं है, हम उन्हें गारंटी के साथ रहने का छत का अधिकार दें। तीसरे जो बुजुर्ग हैं उन्हें पेंशन का अधिकार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा के पास इस सोच का समय ही नहीं है। उन्हें तो एक प्रधानमंत्री बनना है। वहां वन प्वाइंट प्रोग्राम है जबकि हमारे यहां सब्जी वाले, चाय वाले, टेम्पो वाले, गरीब, पिछड़े और उन सबके लिए विकास के कार्य हैं , जो स्वयं को कुछ अच्छा और बड़ा बनाने का स्वप्न लिए हैं और जिनके मन में देश के सर्वतोमुखी विकास का सपना है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ही एक ऐसा दल है जो पूरे हिन्दुस्तान का विकास चाहता है। इसीलिए जरूरी यह है कि हर पिछड़े, गरीब और छोटे-छोटे काम करने वाले को पूरी शक्ति दें। देश को चलाने के लिए केवल एक चौकीदार नहीं, बल्कि करोड़ों ऐसे चौकीदार हों जिनके हाथों में पूरी ताकत और शक्ति हो और वे पूरे दमखम के साथ हिन्दुस्तान को भ्रष्टाचार से मुक्त कर सकें।
राहुल गांधी ने कहा कि इस बार का चुनाव दो विचारधाराओं की टक्कर है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी और दूसरी तरफ विपक्षी दल। कांग्रेस चाहती है कि देश का हर वर्ग अपनी जमीन से उठे। हम उसे बल और शक्ति दें। गरीब, मजदूर, किसान, महिलाएं और पिछड़े साथी विकास में शामिल हों, लेकिन भाजपा की सोच केवल इंडिया शाइनिंग की सोच है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो चुनावों में हमने देखा कि मार्केटिंग की हवा से संचालित उनका गुब्बारा बुरी तरह ध्वस्त हो गया। इसी तरह अब 2014 में भी उसी तरह गुब्बारा फूटेगा अंतर यह रहेगा कि पहले उसमें हवा भरते थे, अब उसमें गैस भर रहे हैं, जिसका और अधिक विस्फोटक परिणाम निकलेगा।
सभा में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि कुछ महिलाएं आगे बैठी हुई हैं और कुछ पीछे बैठी हैं। मैं चाहूंगा कि जो महिलाएं पीछे बैठी हैं, वे भी अगली बार आगे आएं।
उन्होंने कहा, हमारे पास कुछ महिलाएं आई थीं जिन्होंने कहा कि हमें 9 सिलेंडर की जगह 12 सिलेंडर सुलभ कराए जाएं। इसके लिए हम तुरन्त प्रधानमंत्री और सोनियाजी के पास गए और उनकी मांग पर त्वरित स्वीकृति ले ली। हम चाहते हैं कि देश के विकास में महिला शक्ति सशक्त बने। इसके लिए हम महिलाओं के लिए देश में 2000 पुलिस स्टेशन बनाने का वादा करते हैं।
इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी नेता बड़े-बड़े दावे करते हैं। विज्ञापन, भाषण और इश्तहार से भ्रमित करते हैं। वे चुटकी में किसी भी समस्या का निराकरण करने की बात कहते हैं। हमें उनके इस भ्रम को तोड़ना पड़ेगा। (भाषा)