दोस्ती प्यार का मीठा दरिया है
दोस्तीप्यार का मीठा दरिया हैपुकारता है हमें आओ, मुझमें नहाओ, डूबकी लगाओ प्यार का सौंधा पानी हाथों में भर कर ले जाओ। आओ, जी भर कर गोता लगाओ, मौज-मस्ती की शंख-सीपियाँ जेबों में भर कर ले जाओ। दोस्ती का दरिया गहरा है, फैला हैइसमें नहीं तैरती धोखे की छोटी नौका कोशिश की तो बचने का नहीं मिलेगा मौका।