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फ्रेंडशिप डे पर दोस्तों को दें सरप्राइज

शनिवार,अगस्त 1, 2009
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दोस्त के साथ होटल में जाकर भरपेट खाने का और बिल उसके का कटाकर होटल से जल्दी भाग आने का मजा ही कुछ ओर है। दोस्त की गर्लफ्रेंड को 'भाभीजी' कहकर बुलाने का और गर्लफ्रेंड के मंगेतर को 'भैय्या' कहकर चिढ़ाने का मजा ही कुछ ओर है। अपने बेस्ट फ्रेंड के ...
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मेरा तो एक भी पक्का दोस्त नहीं है' अगर कोई व्यक्ति ऎसा बोल रहा है तो समझ लेना चाहिए कि वह अपनी ज़िंदगी का एक अमूल्य हिस्सा गवाँ रहा है। बिना पक्के दोस्त की यह ज़िंदगी मानो गरम अंगारों पर नंगे पैर चलने जैसी है।
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फ्रेंडशिप डे पर संदेश भेजिए

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
मित्र, सखा, दोस्त, फ्रेंड, चाहे किसी भी नाम से पुकारो दोस्त की कोई एक परिभाषा हो ही नहीं सकती। दोस्त जिससे सब कुछ हम कहना चाहे , दोस्त जिसको जी भर कर हम सुनना चाहे। फ्रेंडशिप डे पर अपने प्यारे सलोने फ्रेंड को दीजिए शुभकामना, कोई संदेश,कोई ऐसी बात, ...
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फ्रेंडशिप डे के आते ही मन एक उड़ान भरने लगता है। युवा वर्ग अपने महिला या पुरुष मित्रों को लेकर काफी आ‍कर्षित रहते है। खास कर उन युवा-‍युवतियों को लेकर जिन्हें उन्होंने कभी पास से देखा नहीं, दूर से देखकर ही मन ही मन उनसे दोस्ती करने की इच्छा रखने ...
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आखिर दोस्ती के क्या मायने हैं और दोस्त किसे कहते हैं, इस पर पोथी-पानड़े भरे पड़े हैं लेकिन पढ़ने की फुरसत नहीं है। पढ़ भी लो तो समझने की मशक्कत नहीं कर सकते हैं। भागमभाग भरे जीवन में दोस्ती लगभग खत्म ही हो चली है। हाँ, दोस्तों की दोस्ती कहीं बची है ...
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दोस्ती की आस

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
कई बातें हमारी स्मृति में हमेशा जवाँ रहती है। हम चाहकर भी कुछेक पल जो हमने कभी अपने बचपन में परिवारवालों के साथ बिताएँ हो वे पल हमें हमेशा याद रहते है। लेकिन इन सबसे प्यारे कभी न भूलने वाले वो पल जो आपने प्यारी सह‍ेलियों के साथ बिताए हो उन्हें अपने ...
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अक्सर लोग छोटी-छोटी बातों की वजह से या गलतफहमियों का शिकार होकर बरसों की मेहनत से लगाए दोस्ती रूपी पेड़ को बिना सोचे-समझे एक ही पल में काट बैठते हैं। ऐसी गलती से बचने के लिए जरूरी है कि आप दोस्ती के मूलभूत सिद्धांतों को कभी न भूलें।
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दोस्ती कहने को तो एक साधारण सा रिश्ता पर मानो तो यह हर रिश्ते से मीठा और गहरा रिश्ता है। यह एक ऐसा रिश्ता है, जिसे बनाया या दिखाया नहीं जाता बल्कि इसे जिया जाता है। इसमें बनावटीपन जरा भी नहीं होता क्योंकि दोस्त कभी राह चलते नहीं मिलता है। यह तो न ...
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बचपन की दोस्ती होती है गहरी

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
बीते हुए प्यारे पलछिन, यानी बचपन के दिन हमेशा स्मृति में मीठे बनकर स्वाद घोलते रहते हैं। तरह-तरह की शरारतें और उन शरारतों में साथ देने वाला हमारा वह खास दोस्त, जो आज की औपचारिकता में लिपटी हुई मित्रमंडली के बीच बार-बार याद आता है। साथ में मिलकर किसी ...
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मेरी दोस्ती, मेरा प्यार

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
दोस्त, सच्चा दोस्त। जीवन में ईश्वर की दी हुई वह नैमत है जोकि व्यक्ति के पास न हो तो उसे जरूर उसकी कमी खलेगी और यदि होगा तो जरूर उस पर वह गर्व करेगा, उसकी अहमियत उसे पता होगी।
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दोस्ती करें, फूलों से ताकि हमारी जीवन-बगिया महकती रहे। 2 दोस्ती करें, पँछियों से ताकि जिन्दगी चहकती रहे। 3 दोस्ती करें, रंगों से ताकि हमारी दुनिया रंगीन हो जाए। 4 दोस्ती करें, कलम से ताकि सुन्दर वाक्यों का सृजन होता रहे। 5 दोस्ती करें, ...
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एक पत्र, दोस्त के नाम

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
आज मित्रता दिवस पर मन कर रहा है कि मैं तुमसे ढेर सारी बातें करूँ। लेकिन कहाँ से शुरू करूँ? आज कहने को हम एक ही शहर में है। लेकिन दिलों के बीच दुरियों का लंबा रेगिस्तान है। मुझे याद है वे पल, जब हम एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते थे। याद है वे पल भी, ...
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मित्र और अमित्र कौन?

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
मित्र और अमित्र की पहचान बताते हुए भगवान बुद्ध कहते हैं कि पराया धन हरने वाले, बातूनी, खुशामदी और धन के नाश में सहायता करने वाले मित्रों को अमित्र जानना चाहिए। मित्र उसी को जानना चाहिए जो उपकारी हो, सुख-दुःख में हमसे समान व्यवहार करता हो, हितवादी हो ...
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वो पनाह दोस्‍ती है...

शुक्रवार,जुलाई 31, 2009
लड़खड़ाते कदमों को सँभाले, वो हाथ दोस्‍ती है जि‍से सुनते ही हँस दे दि‍ल, वो बात दोस्‍ती है अंगारों को बना दे जो फूल, वो जादू दोस्‍ती है बदलकर रख दे जो हर भूल, वो काबू दोस्‍ती है
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'मित्र' और वह भी एक सच्चा मित्र सभी की जरूरत होता है और उसे पाने का हम सभी प्रयास करते हैं। आइए जानें, आपको सच्चा या सच्चे मित्र मिलेंगे या नहीं, इस बारे में राशियाँ क्या कहती हैं। वृषभ, मिथुन, कर्क व मकर राशि के लोग मित्र बनाने की कला में माहिर ...
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दोस्ती प्यार का मीठा दरिया है पुकारता है हमें आओ, मुझमें नहाओ, डूबकी लगाओ प्यार का सौंधा पानी हाथों में भर कर ले जाओ। आओ, जी भर कर गोता लगाओ, मौज-मस्ती की शंख-सीपियाँ जेबों में भर कर ले जाओ। दोस्ती का दरिया गहरा है, फैला है इसमें नहीं ...
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