गैरेथ साउथगेट की युवा इंग्लिश टीम ने रूस में अपना चमत्कारिक प्रदर्शन जारी रखते हुए 1990 के बाद से पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई जबकि स्वीडन का 1994 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।
इंग्लैंड ने 1966 में अपनी मेजबानी में एकमात्र बार विश्व कप जीता था। उसने फिर 24 साल बाद 1990 में सेमीफाइनल में जगह बनाई और उसे चौथा स्थान मिला।

इंग्लैंड 28 साल बाद जाकर सेमीफाइनल में पहुंचा है जो उसका तीसरा विश्व कप सेमीफाइनल है।
इंग्लैंड का सेमीफाइनल में मेजबान रूस और क्रोएशिया के बीच मैच के विजेता से मुकाबला होगा। इस तरह विश्व कप के सेमीफाइनल में दो ऐसी टीमें पहुंच चुकी हैं जिन्होंने पूर्व में विश्व कप जीता है। 1998 के चैंपियन फ्रांस ने कल सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
मैग्वायर का यह पहला अंतरराष्ट्रीय गोल था। मैग्वायर इसके साथ ही अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल विश्व कप के क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल या फाइनल में करने वाले वाले इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। एलन मुलेरी ने इससे पहले 1970 में जर्मनी के खिलाफ गोल किया था। इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्डन पिकफोर्ड ने कुछ शानदार बचाव करते हुए मार्कस बर्ग को दो बार और विक्टर क्लेसन को एक बार गोल करने से रोके रखा।
इंग्लैंड ने बढ़त बनाने की कोशिशों को जारी रखा और उसे 59वें मिनट में 2-0 की बढ़त मिल गई जबअली ने जेसे लिंगार्ड के क्रॉस पर हैडर से गोल कर दिया।
स्वीडन का इस विश्व कप में दूसरे हाफ में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा था। उसने अपने छ: में से पांच गोल दूसरे हाफ में किए थे लेकिन अंतिम आठ में भाग्य जैसे उससे रूठ गया और टीम एक भी गोल नहीं कर सकी।
स्वीडन ने विश्व कप में अपने पिछले ऐसे 11 मैचों में से 9 मैच गंवाए थे जिसमें वह पहले हाफ में पिछड़ा हुआ था। उसने दो मैच इंग्लैंड से 2002 (1-1) और 2006 (2-2) में ड्रॉ खेले थे। लेकिन इस बार इंग्लैंड भारी पड़ गया। इंग्लैंड के लिए इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक 6 गोल कर चुके हैरी केन ने मैच के बाद कहा कि हम जानते हैं कि अभी हमारे सामने बड़ा मैच बाकी है जो सेमीफाइनल है।
फिलहाल हम अभी इस जीत का आनंद ले रहे हैं जिसके बाद हम सेमीफाइनल की तैयारी करेंगे। हम देश को इस बार गौरव प्रदान करना चाहते हैं। इंग्लैंड के गोलकीपर पिकफोर्ड को उनके शानदार बचाव के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।