फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पुतिन की नाक में दम करने आई पुसी रायट की महिला सदस्य
विश्व कप के फाइलन में पंक बैंड पुसी रायट के सदस्यों ने रविवार को क्रोएशिया और फ्रांस के बीच हुए फाइनल मैच में बाधा डाली। रूसी विरोधी समूह और पंक बैंड पुसी रायट ने बीच मैदान पर चार लोगों के दौड़ लगाने की जिम्मेदारी का दावा किया है। इन सदस्यों ने पुराने जमाने की पुलिस की यूनिफॉर्म पहनी थी। इन सदस्यों को देखते ही सुरक्षाकर्मी फौरन हरकत में आए और सदस्यों को बाहर किया। पंक बैंड पुसी रायट एक संगठन है, जो राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और उनके सहयोगी दलों का विरोध करता है।
मास्को के लुजिन्हकी स्टेडियम पर इनके चार सदस्यों ने दौड़ लगाकर फ्रांस और क्रोएशिया के बीच विश्व कप के फाइनल मैच में बाधा डाली थी। सिक्यूरिटी तुरंत एक्शन में आई और इन्हें बाहर लेकर गई। इसके बाद मैच पुनः शुरू हुआ। पंक बैंड ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर रविवार को एक बयान पोस्ट करते हुए कहा कि यह व्यवधान एक विरोध था।
चार लोग जो 52वें मिनट में मैदान के अंदर पहुंचे थे। उन्होंने पुराने जमाने की पुलिस यूनिफॉर्म पहनी थी। ग्राउंड में मौजूद प्रबंधकों ने इन्हें बाहर किया। हालांकि इस बीच इनमें से एक व्यक्ति ने स्टेडियम पर फ्रांस के एक खिलाड़ी के साथ हाई-फाइव किया। पुसी रायट ने रूसी सरकार के सामने अपनी मांगों की एक सूची जारी की है।
क्या है इस संगठन का विरोध : पंक बैंड पुसी रायट रूसी नारीवादी प्रदर्शनकार संगठन है, जो सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शन करता रहा है। इसकी स्थापना 2011 को हुई थी। यह संगठन राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की नीतियों का विरोध करता है। यह संगठन एजीबीटी अधिकारों का भी समर्थन करता है। यह संगठन एक रंगबिरंगा मास्क पहनकर पुतिन की नीतियों का विरोध करता है।
इनकी प्रमुख मांगों में राजनीतिक कैदियों को मुक्त करने तथा विरोध में अवैध गिरफ्तारी पर रोक व 'देश में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा की अनुमति' देने की मांग शामिल है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना का साहस दिखाते हुए खुलकर प्रदर्शन के कारण पुसी रायट संगठन को दुनिया में भी पहचान मिली है। यह संगठन ऑनलाइन वीडियो भी प्रसारित करता है, जिसमें इनकी विशेष मांगें होती हैं।