लाल किले में बवाल, किसान नेता राकेश टिकैत ने की यह मांग
नई दिल्ली। किसान नेता राकेश टिकैत ने लाल किला परिसर में मंगलवार को लोगों के प्रवेश करने तथा धार्मिक झंडा फहराये जाने की घटना की जांच कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के बाद कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए थे। इन लोगों ने वहां जमकर तोड़फोड़ की। इन उपद्रवियों ने लाल किले पर अपना झंडा भी फहरा दिया।
टिकैत ने बुधवार को लाल किला में घुसने और वहां झंडा फहराये जाने वालों को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले लोगों का किन राजनीतिक दलों और व्यक्तियों से संबंध था इसकी जांच करायी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से लाल किला जाने का आह्वान नहीं किया था वे पहले से निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि परेड के लिए पहले से निर्धारित कुछ मार्गों की घेराबंदी की गई थी जिसकी भी जांच कराई जानी चाहिए।
किसान नेता ने कहा कि जिस किसी ने भी पुलिस कर्मियों पर ट्रैक्टर चढाने का प्रयास किया उनकी पहचान की जानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। किसान संगठनों और पुलिस के बीच समझौते के बाद गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी में किसान परेड निकालने पर सहमति बनी थी।
उल्लेखनीय है कि मंगलवर को किसान परेड के दौरान काफी लोग ट्रैक्टर के साथ लाल किला परिसर में घुस गए थे और वहां एक धार्मिक झंडा फहराया था और तोड़फोड की थी। किसान संगठन तीन कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने तथा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर 63 दिनों से राजधानी की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।