मध्यप्रदेश के दबंग सांसद, पत्रकार और राज्यसभा में मध्यप्रदेश का नेतृत्व कर रहे प्रभात झा का जन्म 6 अप्रैल 1957 को बिहार के दरभंगा के हरिहरपुर ग्राम में हुआ था। वे अपने परिवार के साथ ही मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आ गए तथा यहीं से उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा संपन्न हुई।
इसके बाद उन्होंने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से राजनीति शास्त्र में बीएससी, माधव कॉलेज से राजनीति शास्त्र में ही एमए तथा एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।
1975 में प्रभात झा की शादी रंजना झा से हुई और उनके दो पुत्र हैं। विवाह के उपरांत वे पत्रकारिता करने लगे। लंबे समय तक पत्रकारिता करने के बाद वे राजनीति में आ गए और बीजेपी के सदस्य बने। इस दौरान भी वे लगातार अनेक पत्र-पत्रिकाओं के लिए आलेख व स्तंभ लिखते रहे। वे पूर्ण रूप में एक सफल राजनेता 2008 में बने।
अप्रैल 2008 में मध्यप्रदेश के राज्यसभा चुनाव में वे बीजेपी के टिकट पर विधानसभा सदस्य बने और रुरल डेवलपमेंट कमेटी के सदस्य बन गए। जनवरी 2010 में वे पॉपुलेशन एवं पब्लिक हेल्थ के संसदीय फोरम सदस्य बने।
अगस्त 2012 में वे रेलवे कमेटी के सदस्य बने और अप्रैल 2013 से वे शिल्पकारों और कारीगरों के संसदीय फोरम के सदस्य हैं। आसाराम बापू को रेप तथा अन्य आरोपों में निर्दोष बताए जाने के बाद से प्रभात झा की खूब आलोचना हो रही है।