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Written By WD Feature Desk
Last Updated : शनिवार, 17 मई 2025 (15:42 IST)

अचला एकादशी व्रत से मिलते हैं ये 8 अद्भुत लाभ

अचला एकादशी व्रत करने से क्या फल मिलता है जानिए

Achala Ekadashi Vrat Benefits 2025
Achala Ekadashi Vrat Benefits: शुक्रवार, 23 मई 2025 को अचला एकादशी मनाई जा रही है। इस एकादशी के महत्व के अनुसार इस दिन अपरा एकादशी की व्रत कथा सुनने या पढ़ने मात्र से भी पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है। इस कथा में राजा महीध्वज की कहानी बताई गई है, जिसे अकाल मृत्यु के बाद प्रेत योनि से मुक्ति अपरा एकादशी के व्रत के पुण्य से ही मिली थी। धार्मिक ग्रंथों में अपरा एकादशी का अर्थ को अपार पुण्य से जोड़कर भी देखा जाता है। इसके अलावा इसे जलक्रीड़ा और भद्रकाली एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।ALSO READ: अचला या अपरा एकादशी का व्रत रखने से क्या होता है?
 
आइए इस लेख के माध्यम से यहां जानते हैं अचला या अपरा एकादशी से होने वाले फायदों के बारे में... 
 
इस व्रत से प्राप्त होते हैं ये 8 लाभ...
 
1. धन और समृद्धि: इस व्रत को करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
 
2. पापों से मुक्ति: धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पूर्व जन्मों और इस जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं। विशेष रूप से ब्रह्म हत्या, चोरी, झूठ, छल आदि पापों का क्षय होता है।
 
3. यश और प्रसिद्धि: मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और यश प्राप्त होता है।
 
4. शारीरिक और मानसिक शांति: व्रत रखने से शरीर और मन शुद्ध होता है, जिससे शांति और सकारात्मकता का अनुभव होता है।
 
5. कर्ज और बाधाओं से मुक्ति: अचला एकादशी व्रत करने वाला व्यक्ति धीरे-धीरे ऋण/कर्ज, आर्थिक संकट और जीवन की रुकावटों से मुक्त होता है। यह व्रत कुंडली के नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को भी कम करता है। अत: हर व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर इसका पुण्यफल प्राप्त करना चाहिये। 
 
6. कष्टों से मुक्ति: जीवन में आने वाली विभिन्न प्रकार की बाधाओं और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
 
7. पितरों को शांति: इस व्रत के प्रभाव से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
 
8. मोक्ष प्राप्ति: जो व्यक्ति श्रद्धा से एकादशी व्रत करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह जीवन-मरण के चक्र से मुक्त हो सकता है। भगवान विष्णु इस दिन अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं।
 
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