Last Modified: नई दिल्ली ,
बुधवार, 13 नवंबर 2013 (01:25 IST)
हर्षवर्धन पर कांग्रेस ने लगाया रेप का आरोप
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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के लिए राजनैतिक लड़ाई ने मंगलवार के दिन खराब रूप ले लिया। कांग्रेस ने भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन के खिलाफ अपने आवास में काम करने वाली एक महिला से बलात्कार के 17 साल पुराने आरोपों को फिर से उठा दिया।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और उनके मंत्रिमंडल के दो सहयोगियों हारून यूसुफ और राज कुमार चौहान ने दीक्षित के आवास पर संवाददाता सम्मेलन में उस मुद्दे को उठाया ताकि शहर में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने में दिल्ली सरकार के विफल रहने के संबंध में भाजपा के हमले की धार कुंद की जा सके।
इस संबंध में संपर्क किए जाने पर हर्षवर्धन ने कहा कि वह इस तरह के तुच्छ और निराधार आरोपों का जवाब देना जरूरी नहीं मानते।
यूसुफ ने भाजपा के विज्ञापन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘हर्षवर्धन ने दिल्ली में बलात्कार की घटनाओं के मुद्दे को उठाया है। जब भाजपा सरकार में 1996 में स्वास्थ्य मंत्री थे तो वह एक महिला की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सके। वह कैसे समूची दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।’
गौरतलब है कि भाजपा के विज्ञापन में कहा गया है ‘‘रोक न पाए बलात्कार, बदलो कांग्रेस सरकार।’’ दीक्षित ने कहा कि भाजपा के सरकार के खिलाफ गुमराह करने वाले प्रचार अभियान ने कांग्रेस को हर्षवर्धन के खिलाफ 17 साल पुराने आरोपों को उठाने पर मजबूर किया।
यह पूछे जाने पर कि क्यों इतने पुराने मुद्दे को उठाया गया तो दीक्षित ने कहा, ‘हमें उनके गुमराह करने वाले प्रचार का जवाब देना था क्योंकि उन्होंने कहा कि हम शहर में बलात्कार की घटनाओं को नहीं रोक सके।’
हर्षवर्धन के खिलाफ जुलाई 1996 में आरोप लगे थे कि उनके आधिकारिक निवास पर एक नौकरानी से बलात्कार किया गया। हर्षवर्धन उस वक्त दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री थे। नारी निकेतन में रह रही महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था।
जब दिल्ली विधानसभा में यह मुद्दा उठाया गया था तो हर्षवर्धन ने आरोपों का जोरदार खंडन किया था और डीएनए जांच कराने की पेशकश की थी। (भाषा)