श्रीलंका को 102 रनों से रौंद कर दक्षिण अफ्रीका ने किया सिंहनाद
क्विंटन डिकॉक (100),रासी वान दर दुसें (108) और एडन मारक्रम (106) के तूफानी शतकीय प्रहारों बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने आईसीसी विश्व कप के अपने पहले मुकाबले में शनिवार को श्रीलंका को 102 रनों से हरा दिया।
अरुण जेटली स्टेडियम पर दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुये पांच विकेट पर 428 रन बनाये जिसके जवाब में श्रीलंका की पारी 44.5 ओवर में 326 रनों पर सिमट गयी। रनो की बरसात के बीच इस मैच में पांच रिकार्ड भी बने। मारक्रम ने मात्र 49 गेंदो पर शतक जड़कर एक दिवसीय मैच में सबसे तेज शतक बनाने का रिकार्ड बनाया वहीं श्रीलंका के कुसल मेंडिस ने मात्र 25 गेंदो पर अर्धशतक बनाकर एक रिकार्ड बनाया। इस मैच में दोनो टीमो ने कुल मिलाकर 754 रन बनाये जो एक दिवसीय मैचों के इतिहास में सबसे ज्यादा स्कोर है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के तीन बल्लेबाजों ने शतक ठोक कर विश्व कप में एक कीर्तिमान और जोड़ दिया।
टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी का न्योता श्रीलंका को काफी महंगा पड़ा। कप्तान तेम्बा बावूना (8) को सस्ते में निपटाने के बाद श्रीलंका के गेंदबाज को कतई अनुमान नहीं रहा होगा कि बाकी के समय उनकी किस कदर से धुलायी होने वाली है। पहले क्विंटन डिकॉक और दुसें के बीच दोहरी शतकीय साझीदारी हुयी जबकि बाद में दुंसे ने एडम मारक्रम के साथ शतकीय भागीदारी निभा कर अपनी टीम को विशाल स्कोर पर पहुंचाया।
मारक्रम ने महज 54 गेंदों पर 14 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 106 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका के खाते में 264 रन 45 चौकों और 14 छक्कों की मदद से जुड़े। चौके छक्कों की बरसात से हतप्रभ श्रीलंकाई गेंदबाजों ने अपनी लाइन लेंथ खो दी और 13 वाइड और एक नो बॉल फेंकी।
दसून शनाका को छोड़ कर श्रीलंका के अन्य पांच गेंदबाजों की इकोनॉमी आठ और दस के बीच रही। कसुन रजिता ने एक विकेट के बदले 90 रन खर्च किये जबकि मथीशा पथिराना को एक विकेट के लिये 95 रन लुटाने पड़े। दिलशान मदुशंका को 86 रन पर दो विकेट मिले।
429 रनो के भारी भरकम स्कोर का पीछा करने उतरे श्रीलंका के बल्लेबाजोें ने गजब के साहस का परिचय दिया और विकेट गिरने के बावजूद रनो की गति को कम नहीं होने दिया। कुसल मेंडिस ने आठ छक्के और चार चौकों की मदद से 42 गेंदो पर 76 रन की तूफानी पारी खेली जिसके चलते श्रीलंका 13वें ओवर तक 109 रन बना चुका था।
मेंडिस के अलावा चरिथ असलंका (79) और कप्तान दसून शनाका (68) ने भी लक्ष्य तक पहुंचने का भरपूर प्रयास किया जबकि आखिर में कसुन रजिता (33) ने भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की मगर वह रनो के पहाड़ को लांघने में विफल रहे।
(एजेंसी)