बेहतरीन फॉर्म में चल रहे क्विंटन डिकॉक के बड़े शतक और हेनरिक क्लासेन की तूफानी पारी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने महमुदुल्लाह के सैकड़े के बावजूद मंगलवार को यहां बांग्लादेश को 149 रन से करारी शिकस्त देकर आईसीसी वनडे विश्व कप में अपनी चौथी जीत दर्ज की। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 382 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम 46.4 ओवर में 233 रन बनाकर आउट हो गई।
दक्षिण अफ्रीका के पांच मैच में चार जीत से आठ अंक हो गए हैं और वह अंक तालिका में भारत के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। बांग्लादेश की यह लगातार चौथी हार है, जिससे उसकी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगभग समाप्त हो गई है। बांग्लादेश इस हार से अंतिम स्थान पर खिसक गया है।
डिकॉक ने 140 गेंद पर 174 रन बनाकर वर्तमान टूर्नामेंट में अपना तीसरा शतक लगाया। उनकी पारी में 15 चौके और सात छक्के शामिल हैं। उन्होंने कप्तान एडेन मार्कराम (69 गेंद पर 60 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी करके टीम को शुरुआती झटकों से उबारा।
डिकॉक ने इसके बाद क्लासेन और के साथ चौथे विकेट के लिए केवल 87 गेंद पर 142 रन जोड़े। क्लासेन ने केवल 49 गेंद पर 90 रन बनाए, जिसमें दो चौके और आठ छक्के शामिल हैं। उन्होंने डेविड मिलर (15 गेंद पर नाबाद 34) के साथ केवल 25 गेंद पर 65 रन की साझेदारी की। इससे दक्षिण अफ्रीका अंतिम 10 ओवर में 144 रन जोड़ने में सफल रहा।
बांग्लादेश पर एक समय सस्ते में सिमटने का खतरा मंडरा रहा था क्योंकि उसके छह विकेट 81 रन पर निकल गए थे। बांग्लादेश अगर 200 रन के पार पहुंच पाया तो उसका श्रेय छठे नंबर के बल्लेबाज महमुदुल्लाह को जाता है जिन्होंने 111 गेंद पर 111 रन बनाए जिसमें 11 चौके और चार छक्के शामिल हैं।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से गेराल्ड कोएत्जी ने तीन जबकि लिजाड विलियम्स, कागिसो रबाडा और मार्को यानसन ने दो-दो विकेट लिए।
बांग्लादेश की टीम बड़े लक्ष्य के दबाव में शुरू में ही बिखर गई। यानसन ने पारी के सातवें ओवर की पहली दो गेंदों पर तंजिद हसन (12) और नजमुल हसन शंटो (00) को आउट किया। कप्तान शाकिब अल हसन (01) ने उनकी हैट्रिक नहीं बनने दी लेकिन लिजाड विलियम्स ने उन्हें अगले ओवर में पवेलियन की राह दिखा दी। इन तीनों के कैच क्लासेन ने लिए।
एक अन्य अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम (08) भी टिककर नहीं खेल पाए। उनके गेराल्ड कोएत्जी की गेंद पर आउट होने से बांग्लादेश का स्कोर चार विकेट पर 42 रन हो गया। कागिसो रबाडा ने इसके बाद सलामी बल्लेबाज लिटन दास की 44 गेंद पर 22 रन की संघर्षपूर्ण पारी का अंत किया।
महमुदुल्लाह ने एक छोर पर पांव जमा कर दक्षिण अफ्रीका का जीत का इंतजार बढ़ाया। उन्हें निचले क्रम के बल्लेबाजों से अच्छा सहयोग मिला, जिससे वहां अपने वनडे करियर का चौथा शतक लगाकर हार का अंतर कम करने में सफल रहे। उन्होंने 104 गेंद पर अपना सैकड़ा पूरा किया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के लिए उतरे दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही तथा उसने रीजा हेंडरिक्स (12) और रासी वान डेर डुसेन (01) के विकेट जल्दी गवा दिए। इससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 36 रन हो गया।
पहले 10 ओवर में अगर बांग्लादेश का दबदबा रहा तो इसके बाद दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की तूती बोली। बांग्लादेश के स्पिनरों ने शुरू में उनको दबाव में रखा लेकिन डिकॉक जैसे बल्लेबाज को लंबे समय तक मौन नहीं रखा जा सकता था। उन्होंने कप्तान शाकिब अल हसन पर छक्का जड़कर खामोशी तोड़ी जबकि महमुदुल्लाह पर रिवर्स स्वीप से लगाया गया उनका छक्का दर्शनीय था।
मार्कराम ने इस बीच सहयोगी की भूमिका अच्छी तरह से निभाई। उन्होंने मिराज पर चौका लगाकर अपने वनडे करियर का नौवां अर्धशतक पूरा किया। मार्कराम इसके बाद शाकिब की गेंद पर एक हाथ से लॉफ्टेड शॉट लगाने के प्रयास में लॉन्ग ऑफ पर कैच दे बैठे। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके लगाए।
डिकॉक हालांकि वानखेड़े स्टेडियम के अपने पसंदीदा मैदान पर लंबी पारी खेलने के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने ठीक 100 गेंद पर वर्तमान टूर्नामेंट का अपना तीसरा और वनडे करियर का 20वां शतक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने अधिक तेजी दिखाकर शोरिफुल पर छक्का लगाया तथा शाकिब के एक ओवर में दो छक्के और दो चौके जड़कर 22 रन बटोरे।
जब लग रहा था कि डिकॉक वनडे में अपना पहला दोहरा शतक लगाने में कामयाब रहेंगे तब उन्होंने हसन महमूद (67 रन देकर दो विकेट) की गेंद बैकवर्ड प्वाइंट पर उछाल दी जहां नासुम अहमद ने उसे बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया।
क्लासेन को देखकर लग रहा था कि वह इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में खेली गई अपनी 109 रन की पारी को ही आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने मुस्तफिजुर रहमान के एक ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया जबकि मिलर ने शोरिफुल के ओवर में यही कारनामा दिखाया।
क्लासेन हसन महमूद के धीमे बाउंसर पर स्वीपर कवर पर कैच देने के कारण अपना लगातार दूसरा शतक पूरा नहीं कर पाए। मिलर ने अपनी पारी में एक चौका और चार छक्के लगाए।