वनडे विश्वकप जीतने वाले पहले गेंदबाज बने पैट कमिंस, कप्तानी की हुई चौतरफा तारीफ
एकदिवसीय विश्वकप इतिहास में जिस भी टीम ने जब विश्वकप जीता है तब उसका कप्तान या तो बल्लेबाज रहा है या फिर ऑलराउंडर, साल 2011 में टीम इंडिया को विश्वकप जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी पहले विश्वकप विजेता विकेटकीपर कप्तान थे। लेकिन कल शाम विश्वकप जीतने वाले पैट कमिंस पहले ऐसे कप्तान बने जो कि गेंदबाज है। जरूरत पड़ने पर वह बल्लेबाजी कर लेते हैं लेकिन उनको गेंदबाजी ऑलराउंडर कहना भी ठीक नहीं है। वह एक विशुद्ध गेंदबाज ही हैं।
कमिंस कीअगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने भले ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीता हो और इंग्लैंड के खिलाफ एशेज अपने पास बरकरार रखी हो लेकिन पिछले साल आरोन फिंच के अचानक संन्यास लेने के बाद उन्हें भारत में होने वाले वनडे विश्व कप को ध्यान में रखकर ही वनडे की कप्तानी सौंपी गई थी।
लेकिन विश्व कप से पहले उनकी टीम को भारत और दक्षिण अफ्रीका के हाथों वनडे श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा था जिससे कमिंस की कप्तानी पर सवाल उठने लगे थे।उनकी कप्तानी पर शुरुआत में बहुत सवाल उठे थे लेकिन टीम को वनडे विश्वकप फाइनल में जिताने पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उनकी कप्तानी के मुरीद हो चले हैं।
कमिंस ने टीम को बदलाव के दौर में आसानी से आगे बढ़ाया: वाटसनऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और दो बार के विश्व कप विजेता रहे शेन वाटसन ने कप्तान पैट कमिंस की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बदलाव के दौर से गुजर रही टीम को अच्छी तरह से आगे बढ़ाकर देश को छठा विश्व कप दिलाया।
वाटसन ने आईसीसी रिव्यू पॉडकास्ट के नवीनतम एपिसोड में कहा,अगर ऑस्ट्रेलिया यहां भारत में विश्व कप जीत पाया तो उसका श्रेय पैट कमिंस हो जाता है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बदलाव के दौर से गुजर रही टीम को अच्छी तरह से आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा,वह अनुभवी कप्तान नहीं है। यहां तक की विश्व कप में आने से पहले उसने केवल कुछ अवसरों पर ही वनडे में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की थी। ऑस्ट्रेलिया की रविवार को यहां फाइनल में भारत पर 6 विकेट की जीत के संदर्भ में वाटसन ने कहा,उसने आज जो फैसले किये और उसकी रणनीति शानदार रही।
विश्व कप फाइनल में कमिंस की कप्तानी लाजवाब थी: पेनऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन ने पैट कमिंस की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि में भारत के खिलाफ विश्व कप फाइनल में उनकी कप्तानी और गेंदबाजी लाजवाब थी। कमिंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। उन्होंने 10 ओवर में 34 रन देकर विराट कोहली और श्रेयस अय्यर के कीमती विकेट लिए और भारत को 240 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई।
ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद ट्रेविस हेड (137) और मार्नस लाबुशेन (नाबाद 58) के बीच चौथे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी की मदद से 6 विकेट से जीत दर्ज की।पेन ने एसईएन रेडियो से कहा,जब हमने टॉस जीता तो मुझे लगता है कि पैट कमिंस ने पहले गेंदबाजी का फैसला करके सभी को थोड़ा हैरानी में डाल दिया था।
उन्होंने कहा,डर इस बात का था कि भारतीय पिच होने और इसके शुष्क होने के कारण यह धीमी हो सकती है और इससे स्पिनरों को मदद मिल सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसके बजाय यह बल्लेबाजी के लिए थोड़ा बेहतर हो गई।
पेन ने कहा कि कमिंस ने फाइनल में एक भी गलत फैसला नहीं किया।उन्होंने कहा,मुझे नहीं लगता कि बीती रात पैट कमिंस का कोई भी फैसला गलत गया। उसने बेजोड़ प्रदर्शन किया और काफी श्रेय उसे जाता है। एंड्रयू मैकडॉनल्ड और उनका कोचिंग स्टाफ भी श्रेय का हकदार है।