साउथेम्पटन। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच विश्व कप 2019 के मैच में धोनी द्वारा भारतीय सेना को दिए गए सम्मान से आईसीसी की त्योरियां चढ़ गईं।
धोनी ने अपने ग्लव्स पर ‘बलिदान बैज’ लगाकर पैरा फोर्स को सम्मान दिया था, जिसे आईसीसी ने नकारते हुए उसे हटाने का फरमान सुना दिया। भारत ने विश्व कप में अपना पहला मैच बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था और उसने 6 विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी।
आईसीसी की यह अपील : आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अपील की है कि वह धोनी से उनके दस्तानों पर बने सेना के बैज को हटाने के लिए कहे।
आईसीसी नियम के मुताबिक आईसीसी के कपड़ों या अन्य वस्तुओं पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेद आदि का संदेश अंकित नहीं होना चाहिए।
इस मैच में धोनी ने 46 गेंद पर 34 रन की शानदार पारी खेली थी। जब वे फील्ड में थे, तब उनके ग्लव्स पर ‘बलिदान बैज’ का चिह्न पूरी दुनिया देख रही थी।
आईसीसी को यह आपत्ति थी कि बलिदान बैज का इस्तेमाल हर कोई व्यक्ति नहीं कर सकता। इसे इस्तेमाल करने का अधिकार सिर्फ पैरा कमांडो को है।
धोनी पर कोई जुर्माना नहीं : आईसीसी के महाप्रबंधक (रणनीति समन्वय) क्लेयर फरलोंग ने कहा कि आईसीसी ने बीसीसीआई से इस चिह्न को हटाने की अपील की है।
उन्होंने साथ ही कहा कि नियम उल्लंघन करने का यह पहला मौका है, इसलिए धोनी पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा लेकिन भारतीय बोर्ड से धोनी के दस्तानों पर से सेना का बैज हटाने का अनुरोध किया गया है।
चूंकि 2011 में धोनी मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक पाने कपिल देव के बाद दूसरे क्रिकेटर हैं, लिहाजा उनकी मंशा भारतीय सेना को सम्मान देने की थी, न कि इसके जरिए प्रचार पाना था।
सनद रहे कि पैरा स्पेशल फोर्स को 'पैरा एसएफ' कहा जाता है। यह भारतीय सेना की स्पेशल ऑपरेशन यूनिट है। पैरा स्पेशल फोर्स ने ही 2016 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विश्व कप 2019 में सबसे अनुभवी क्रिकेटर धोनी ने बाकायदा पैरा ट्रुपिंग का बेसिक कोर्स करने के साथ ही साथ 2015 में पैरा ट्रुपिंग की ट्रेनिंग भी ली है।
यही नहीं, उन्होंने पैरा ट्रुपरर्स ट्रेनिंग स्कूल आगरा में भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 से पांचवीं छलांग लगाकर पैरा विंग्स प्रतीक चिह्न लगाने की योग्यता प्राप्त कर रखी है।
आईसीसी को धोनी द्वारा भारतीय सेना को दिया गया सम्मान भले ही रास नहीं आ रहा हो, लेकिन सोशल मीडिया पर धोनी की इस देशभक्ति को सलाम करने वालों का तांता लग गया है। ट्विटर पर उनके इस प्रयास को काफी सराहा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि महेंद्र सिंह धोनी इंग्लैंड में खेले जा रहे विश्व कप के 12वें संस्करण के दुनिया के सबसे अनुभवी क्रिकेटर हैं। धोनी ने 342 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 10 हजार 534 रन बनाए हैं।
उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 में टी-20 का विश्व विजेता और 2011 में आईसीसी विश्व कप का चैम्पियन भी बनाया था।