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Last Updated : मंगलवार, 19 जनवरी 2021 (19:58 IST)

सरकार ने कोरोना के दोनों टीके को सुरक्षित बताया- कहा- घबराने की जरूरत नहीं, प्रतिकूल असर के केवल 0.18% मामले आए हैं सामने

Corona Vaccine | सरकार ने कोरोना के दोनों टीके को सुरक्षित बताया- कहा- 'घबराने की जरूरत नहीं, प्रतिकूल असर के  केवल 0.18 % मामले आए हैं सामने
नई दिल्ली। नई दिल्ली। देश में अब तक 4,54,049 लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया है, जो कोरोनावायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या की तुलना में दोगुना से भी अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे में कुल 3,930 सत्रों में 2,23,669 लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया गया। देश में अब तक आयोजित 7,860 सत्रों में कुल 4,54,049 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
मंत्रालय ने कहा कि आज की तारीख में भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2 लाख (2,00,528) रह गई है, जो कुल मामलों का सिर्फ 1.90 प्रतिशत है जबकि दैनिक नए मामलों में भी काफी गिरावट आई है। मंगलवार को संक्रमण के 10,064 नए मामले सामने आए, जो पिछले करीब 7 महीनों में 1 दिन में सामने आए मामलों के लिहाज से सबसे कम है। 12 जून, 2020 को 10,956 नए मामले आए थे।
 
देश में वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ जंग तेज हो चुकी है। टीकाकरण के दौरान कई तरह के साइड इफेक्ट (Corona Tike ke Side Effect) की खबरें भी सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को देखते हुए भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने फैक्टशीट जारी कर यह बताया है 
कि किन-किन लोगों को टीका नहीं लगवाना चाहिए। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से महज 0.18 प्रतिशत में ही प्रतिकूल असर देखने को मिला जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जो कि बहुत निम्न स्तर है।
सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से 0.18 प्रतिशत में ही प्रतिकूल असर देखने को मिला जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जो कि बहुत निम्न स्तर है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि टीकाकरण के बाद दुष्प्रभाव और गंभीर समस्या अब तक नहीं देखने को मिली है। प्रतिकूल असर के नगण्य मामले आए हैं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों टीके सुरक्षित हैं।
 
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक टीकाकरण के बाद प्रतिकूल असर (एईएफआई) के अब तक केवल 0.18 प्रतिशत मामले आए हैं और केवल 0.002 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जो कि निम्न स्तर है। जहां तक हमें पता है पहले 3 दिनों में प्रतिकूल असर का यह सबसे कम मामला है।
उन्होंने कहा कि भारत में पहले दिन कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत सबसे अधिक लोगों को टीके दिए गए। मंत्रालय के बयान में कहा गया कि दैनिक नए मामलों की संख्या में गिरावट के साथ ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 का टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। टीका लगवाने वाले लोगों की कुल संख्या उपचाराधीन मरीजों की संख्या के दोगुने से भी अधिक है। संक्रमण की जांच संबंधी बुनियादी ढांचे की संख्या में वृद्धि के साथ ही कोविड-19 संक्रमण दर में काफी गिरावट आई है।
 
मंत्रालय ने बताया कि भारत की साप्ताहिक संक्रमण दर 1.97 प्रतिशत है जबकि 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में साप्ताहिक संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से कम है। बयान में कहा गया कि 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में साप्ताहिक संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। देश में लगभग 8 महीनों के बाद 24 घंटे के अंतराल में 140 से कम (137) मृत्यु हुई है। देश में ठीक हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,02,28,753 हो गई है। 
देश में 24 घंटे की अवधि में कुल 17,411 लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि ठीक होने वाले नए लोगों में से 80.41 प्रतिशत लोग 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के हैं। केरल में 1 दिन में सबसे अधिक 3,921 नए मरीज ठीक हुए हैं। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कुल 3,854 लोग ठीक हुए जबकि छत्तीसगढ़ में 1,301 लोग ठीक हुए हैं। संक्रमण के नए मामलों में से 71 फीसदी मामले 6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आए हैं। 
 
केरल में सबसे अधिक 3,346 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र और तमिलनाडु में क्रमश: 1,924 और 551 नए मामले आए हैं। 24 घंटे की अवधि में हुईं कुल मौतों में 72.99 प्रतिशत मौतें 8 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हुई हैं। महाराष्ट्र में 35 मौतें हुई हैं। केरल में 17 मौतें हुईं जबकि पश्चिम बंगाल में 10 और लोगों की मौत हुई। (भाषा)
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