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Last Modified: मंगलवार, 12 जनवरी 2021 (10:38 IST)

दिल्ली पहुंची कोविशील्ड की पहली खेप, एयरपोर्ट पर की गई पूजा

दिल्ली पहुंची कोविशील्ड की पहली खेप, एयरपोर्ट पर की गई पूजा - Covishield reached at Delhi airport
पुणे। देश में कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आरंभ करते हुए 16 जनवरी को टीकाकरण मुहिम की शुरुआत से चार दिन पहले ‘कोविशील्ड’ टीकों की पहली खेप को मंगलवार सुबह पुणे हवाईअड्डे से दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कोरोना वैक्सीन की पूजा की।
 
‘स्पाइसजेट’ का विमान टीके लेकर सुबह करीब आठ बजे दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इससे पहले तापमान नियंत्रित तीन ट्रकों में इन टीकों को तड़के पांच बजे से कुछ समय पहले ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) से पुणे हवाईअड्डे के लिए रवाना किया गया था। पुणे हवाईअड्डे से इन टीकों को हवाई मार्ग के जरिए भारत के अन्य हिस्सों में पहुंचाया जाएगा।
 
पुणे हवाईअड्डे की ओर से ट्वीट किया गया, 'जाने को तैयार, भारत के साथ खड़े हैं। वायरस को खत्म करने वाले टीकों को देश भर में पहुंचाने के लिए विमान में रखा जा रहा है। टीकों को ले जाने के काम से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टीकों को एसआईआई से रवाना करने से पहले एक पूजा भी की गई और दिल्ली एयरपोर्ट पर भी अधिकारियों ने टीके की पूजा की।
 
हवाईअड्डे से टीकों को दिल्ली के अलावा देशभर में 12 स्थानों पर भेजा जाएगा। सुबह 10 बजे से सात अन्य विमानों में टीकों को भेजा जाएगा। इन टीकों को पुणे से जिन स्थानों पर ले जाया जाएगा, उनमें अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़ और भुवनेश्वर शामिल हैं।
 
सूत्र ने बताया कि इनमें दो मालवाहक विमान भी शामिल हैं। एक मालवाहक विमान हैदराबाद, विजयवाड़ा तथा भुवनेश्वर और दूसरा मालवाहक विमान कोलकाता तथा गुवाहाटी जाएगा। मुम्बई के लिए टीके सड़क मार्ग से रवाना किए जाएंगे। टीकों को सीरम इंस्टीट्यूट से ले जाने के लिए ‘कूल-एक्स कोल्ड चैन लिमिटेड’ के ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
 
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और कहा था कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले तीन-चार हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है।
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