Exclusive: कोरोना के सेकंड पीक के लिए नया वैरिएंट नहीं लापरवाही जिम्मेदार,अब लॉकडाउन से भी नहीं रुकेगी दूसरी लहर,: डॉ. रमन गंगाखेडकर
पिछले साल मार्च की तुलना में इस मार्च में हालात ज्यादा चुनौतीपूर्ण : डॉ. रमन गंगाखेडकर
देश एक बार फिर कोरोना वायरस की दहशत में है। महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश और गुजरात के साथ देश के कई राज्यों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक भी कर रहे है। वहीं महाराष्ट्र के कई जिलों में संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन लगा जा रहा है तो मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में संक्रमण को रोकने के लिए नाइट कफर्यू लगाने जैसे फैसले हो रहे है। एक तरह से कहा जाए तो देश में हालात ठीक उसकी तरह बनने ते हुए दिखाई दे रहे है जैसे पिछले मार्च में दिखाई दिए थे।
जब ठीक एक साल बाद देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसे में अब सबके मन में सवाल यहीं उठ रहा है कि देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना किस तरह करेगा। ऐसे में वेबदुनिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ (Covid-19) की पहली लड़ाई में देश का नेतृत्व करने वाले प्रमुख रणनीतिकार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महामारी विज्ञान प्रभाग के प्रमुख रहे पद्मश्री डॉक्टर रमन गंगाखेडकर से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
देश में कोरोना की दूसरी लहर- वेबदुनिया से एक्सक्लूसिव बातचीत रमन गंगाखेडकर कहते है कि अब देश के कई राज्य कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आ चुके है। महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,पंजाब और गुजरात सहित कई राज्यों में जिस तेजी से कोरोना के बड़े पैमाने पर केस सामने आ रहे है वह इस बात का संकेत है कि देश में एक तरह से कोरोना की दूसरी लहर की बाढ़ आ रही है ऐसे में बाढ़ से बचने का एकमात्र उपाय है कि हम अपने को संक्रमण की चपेट में आने से बचाने की हर कोशिश करें। वह कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर को केवल हम कोरोना प्रोटोकॉल (मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग) अपनाकर ही रोक सकते है।
लॉकडाउन से नहीं रूकेगी कोरोना की दूसरी लहर- वेबदुनिया से एक्सक्लूसिव बातचीत रमन गंगाखेडकर कहते है कि अब देश के कई राज्य कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आ चुके है तब महाराष्ट्र के कई शहरों में लॉकडाउन लगाया जा रहा है लेकिन मैं इस बात को साफ कर दूं की अब कोरोना की दूसरी लहर को लॉकडाउन से नहीं रोका जा सकता है।
डॉक्टर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि जब पिछले साल 24 मार्च को देश में लॉकडाउन लगाया गया था तब कोरोना वायरस के केस देश में बहुत कम स्थानों पर ही दिखाई दिए थे और तब लॉकडाउन इसलिए लगाया गया था कि लोग देश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा सके और कोरोना वायरस को फैलने से रोक सके लेकिन आज की परिस्थितियां एक दम अलग है। आज चारों तरफ कहीं कम,कहीं ज्यादा कोरोना वायरस के संक्रमित केस मौजूद है ऐसे में लॉकडाउन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कारगर नहीं है।
बड़े पैमाने पर लॉकडाउन या छोटे-छोटे लॉकडाउन लगाने से लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से नहीं रोका जा सकता। अगर हमको कोरोना संक्रमण को रोकना है तो लापरवाही नहीं करना है और मास्क लगाने के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा।
दूसरी लहर के लिए नया वैरिएंट नहीं लापरवाही जिम्मेदार- 'वेबदुनिया' से एक्सक्लूसिव बातचीत में ICMR के महामारी विज्ञान प्रभाग के प्रमुख रहे पद्मश्री डॉक्टर रमन गंगाखेडकर से बातचीत कहते है कि देश में कोरोना दूसरी लहर के लिए कोरोना का कोई नया कोरोना का नया वैरिएंट या स्ट्रैन है इसके कोई प्रामणिक और विस्तृत रिपोर्ट नहीं सामने आई है। वह कहते हैं कि मेरा मानना है कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए नए वैरिएंट नहीं बल्कि लोगों की लापरवाही ज्यादा जिम्मेदार है। एक बार जब देश में कोरोना के केस बहुत कम हो गए और वैक्सीन आ गई तो लोग बेपरवाह हो गए और वह सड़कों पर बिना मास्क के नजर आने लगे ऐसे में देश अब कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आ गया है।
कोरोना की दूसरी लहर से बचाएगा मास्क–वेबदुनिया से बातचीत में डॉ. रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क और कोविड प्रोटोकॉल का पालन एक अचूक हथियार है। वह कहते हैं कि कोरोना के नए इंफेक्शन को साठ फीसदी केवल हम मास्क लगाने से ही कम कर सकते है। अब जब देश के कई राज्यों में फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे है और कोरोना बाढ़ सामान महामारी की तरह बढ़ रही है तब हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने को संक्रमण के चपेट में आने से बचाएं।
'वेबदुनिया' भी अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाहन करते हुए लोगों से मास्क को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की लगातार अपील कर रहा है। 'कोरोना से जंग है जारी,लापरवाही पड़ सकती है भारी' के स्लोगन से 'वेबदुनिया' सोशल मीडिया के माध्यम से एक खास कैंपेन चला रहा है।