अपनी सीटों में सिमटे दिग्गज
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता अपनी-अपनी सीटों में सिमट कर रह गए हैं। इस कारण सांसद अजीत जोगी के अलावा कोई दूसरा नेता चुनाव प्रचार में नहीं उतर पाया है। पार्टी को प्रचार के लिए दिल्ली के नेताओं पर आश्रित रहना पड़ रहा है।कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से सबसे ज्यादा माँग जोगी की आ रही है। वे हेलिकॉप्टर से दौरा कर रहे हैं और रोज चार-पाँच आमसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। शाम के बाद वे सड़क मार्ग से दौरा कर सभाएँ ले रहे हैं। अब तक उनकी तीन दर्जन सभाएँ हो चुकी हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, कार्यकारी अध्यक्ष द्वय डॉ. चरणदास महंत व सत्यनारायण शर्मा को अब तक किसी भी क्षेत्र से न्योता नहीं मिला है। टिकटों की जंग और पार्टी के प्रशासनिक कार्यों से उबरने के बाद साहू अपने चुनाव क्षेत्र अभनपुर में सिमट गए हैं। शर्मा अपनी नई सीट रायपुर ग्रामीण में दिन-रात जुटे हुए हैं। डॉ. महंत पार्टी पर्यवेक्षकों व दूसरे नेताओं के साथ बैठकों में मशगूल हैं। वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इसके बावजूद डॉ. महंत ने अब तक किसी भी सीट का दौरा नहीं किया है। पार्टी के तेज-तर्रार विधायकों का भी यही हाल है। महेन्द्र कर्मा दंतेवाड़ा, नंदकुमार पटेल खरसिया, रविन्द्र चौबे साजा व भूपेश बघेल पाटन में उलझ कर रह गए हैं। सांसद देवव्रत सिंह राजनांदगाँव जिले में फँसे हुए हैं। कांग्रेस में अच्छे वक्ताओं की कमी नहीं है। प्रमुख प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी को कई सीटों से न्योता मिल चुका है। मीडिया सेन्टर की जवाबदारी के चलते वे भी राजधानी से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। दूसरे प्रमुख प्रवक्ता रमेश वर्ल्यानी बस्तर प्रवास पर हैं। दुर्ग के प्रदीप चौबे व जोगी के राजनीतिक सलाहकार शैलेष नितिन त्रिवेदी का उपयोग भी पार्टी नहीं कर पा रही है।पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल का दौरा शनिवार को दुर्ग जिले से शुरू हुआ। रविवार को वे धमतरी, कांकेर व बस्तर जिले की सीटों में आमसभाओं को संबोधित करेंगे।