भारत की ‘B’ टीम भी है शतरंज ओलंपियाड में पदक जीतने में सक्षम
चेन्नई: भारत बी टीम के कोच और ग्रैंडमास्टर आरबी रमेश ने कहा है कि अगर खिलाड़ी अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करते हैं तो उनकी टीम 44वें शतरंज ओलंपियाड के ओपन वर्ग में पदक जीत सकती है।
भारत की बी टीम को 11वीं वरीयता दी गई है जिसमें निहाल सरीन, डी गुकेश, आर प्रज्ञानानंदा, बी अधिबान और रौनक साधवानी शामिल हैं। ये सभी ग्रैंडमास्टर हैं और रमेश का मानना है कि अगर ओलंपियाड के 11 दौर के दौरान ये अपनी एकाग्रता बरकरार रखते हैं तो पदक जीत सकते हैं। ओलंपियाड का आयोजन 28 जुलाई से यहां के समीप मामल्लापुरम में किया जाएगा।
अधिबान (29 वर्ष) को छोड़कर टीम में शामिल सभी खिलाड़ी किशोर हैं।रमेश ने पीटीआई से कहा, तैयारियां काफी अच्छी रही हैं। मेरी कोचिंग में खेलने वाली पुरुषों की दूसरी टीम (बी टीम) के पास पोडियम पर जगह बनाने का काफी अच्छा मौका है। हमें पूरे टूर्नामेंट के दौरान अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
उन्होंने कहा, पूरे ओलंपियाड के दौरान खिलाड़ियों को एकाग्रता बनाए रखने की जरूरत है। युवा खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में हैं। प्रज्ञानानंदा और गुकेश ने हाल के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। हमने दो तैयार शिविर में हिस्सा लिया और ये काफी उपयोगी रहे।
रमेश ने कहा कि महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने खिलाड़ियों के साथ बात की और अपनी विशेषज्ञता साझा दी।पूर्व राष्ट्रमंडल शतरंज चैंपियन 46 साल के रमेश ने कहा कि ओपन वर्ग में भारत द्वारा उतारी जाने वाली तीनों टीम मजबूत हैं।
रमेश ने कहा कि रूस और चीन जैसी मजबूत टीम के नहीं उतरने से भारत की पदक की संभावनाओं में इजाफा हुआ है लेकिन उन्होंने विरोधियों के खिलाफ किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के प्रति चेताया।
भारत ए टीम को अमेरिका की मजबूत टीम के बाद दूसरी वरीयता दी गई है।शतरंज ओलंपियाड का आयोजन भारत में पहली बार हो रहा है। यह टूर्नामेंट 28 जुलाई से नौ अगस्त तक चलेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जुलाई को प्रतियोगिता का उद्घाटन करेंगे जिसके अगले दिन से मुकाबले शुरू होंगे।
(भाषा)