संभावनाओं से भरा शिक्षा जगत
-
केवल तिवारी आप बेहतरीन शिक्षक साबित हो सकते हैं लेकिन इसके लिए जरूरी है आपको मौका मिले। मौका मिलने के लिए जरूरी है कि आप खुद को इस तरह से प्रजेंट कर सकें। आप शिक्षित हैं। किसी को शिक्षित करना चाहते हैं बतौर करियर। असल में शिक्षित होना या करना एक सामान्य बात नहीं है। इसमें जरूरत होती है बदलते वक्त के साथ चीजों को समझने की। जरूरत है सलीका आने की। सलीका बोलने का, सलीका खुद को प्रस्तुत करने का। सलीका दूसरों को सिखाने का। प्रतियोगिता के इस दौर में शिक्षण कार्य भी बेहद बदल चुका है। आपको समझना पड़ता है स्टूटेंड के मनोविज्ञान को। उसकी योग्यता को। शिक्षण कार्य को करियर के रूप में अपनाने के लिए आज होड़ मची है। पढ़ी-लिखी गृहिणी हो या कॅरियर की दहलीज पर कदम रखने वाले अन्य लोग। इस फील्ड में हाथ आजमाना चाहते हैं लेकिन सफल वही हो पाते हैं जिन्होंने बेहतरीन विजुअलाइजेशन किया हो। आप बेहतरीन शिक्षक साबित हो सकते हैं लेकिन इसके लिए जरूरी है आपको मौका मिले। मौका मिलने के लिए जरूरी है कि आप खुद को इस तरह से प्रजेंट कर सकें। 12वीं पास, ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट। सिर्फ डिग्री से काम नहीं चलेगा। अब जबकि ग्रेडिंग सिस्टम शुरू हो गया है, आगे भी रहेगा। अन्य क्लासों में तो अंकों के परसेंटेज से भी काम नहीं चलेगा। क्या-क्या कोर्स हैंबेहतरीन प्रजेंटेशन के लिए या खुद को करियर की राह में उतारने के लिए आपके पास तमाम तरह की योग्यता होनी चाहिए। मसलन कैसे बोलें, क्या-क्या करें। प्रोफेशनल डिप्लोमा लिए हुए जब आप पूरी तैयारी के साथ उतरेंगे तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदमों को चूमेगी। आज कई कोर्स मार्केट में हैं जिनमें से प्रमुख हैं-पोस्ट ग्रेजुएट ऑफ कंपटीशन टीचर्स ट्रेनिंग (पीजीटी-सीटीआई), क्वांटिटिव एप्टीट्यूट टीचर्स ट्रेनिंग (क्यूएटीटी), लॉजिकल रीजनिंग टीचर्स ट्रेनिंग (एलआरटीटी), वर्बल एबिलिटी टीचर्स ट्रेनिंग (वीएटीटी), पर्सनल डेवलपमेंट टीचर्स ट्रेनिंग (पीडीटीटी), स्पोकन इंग्लिश ट्रेनिंग (एसईटीटी), नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग (एनटीटी), नर्सरी प्राइमरी टीचर्स ट्रेनिंग (एनपीटीटी) नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग (एनटीटी) कोर्स की अवधि है 1 साल और नर्सरी प्राइमरी टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स की अवधि है 2 साल।अवधि और फीसइन तमाम कोर्स में अलग-अलग शैक्षणिक क्षमता और कोर्स अवधि है। सामान्यः ये कोर्स छह माह के लिए होते हैं। व्यक्तित्व निखार हो टीचर्स ट्रेनिंग हर किसी को शोधपरक तरीके से सिखाने की व्यवस्था रहती है। ज्यादातर कोर्स के लिए फीस 1500 रुपए प्रतिमाह है। प्रवेश शुल्क करीब दो हजार है।