अनमोल संपत्ति होते हैं मजबूत मन वाले
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संजय जैन एक क्लासिकल डांसर का एक पैर एक्सीडेंट में कट जाता है। फिर भी वह तय करती है कि नाचेंगी। नकली पैर लगता है और वह फिर स्टेज पर परफारमेंस देती हैं। एक क्रिकेटर को अच्छा खेलने के बाद भी टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, पर वह हार नहीं मानता औरवह फिर टीम में आ जाता है। एक महान फिल्मकार की महत्वाकांक्षी फिल्म को दर्शकों द्वारा नकार दिया जाता है, पर वे फिर एक फिल्म बनाते हैं, जो इतिहास बना देती है। ऐसा होता है, क्योंकि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं। एक होते हैं कमजोर मन वाले, दूसरे होते हैं मजबूत मन वाले। कमजोर मन वाले बाधाएँ, मुश्किलों के सामने टूट जाते हैं। वे शिकायत करते हैं, रोते हैं और असफल हो जाते हैं। फिर अपनी असफलता के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने की वजह ढूँढने लगते हैं। मजबूत मन वाले ऐसे नहीं होते। वे हर मुश्किल, हर बाधा का डटकर मुकाबला करते हैं। आलोचनाएँ उन्हें विचलित नहीं कर पातीं। वे हिम्मत नहीं हारते, शिकायतें नहीं करते। वे हर घटना का सकारात्मक पहलू ढूँढते हैं और एक दिन सफल हो जाते हैं, क्योंकि उनके पास होतीहै मुश्किल स्थितियों में भी काम करने की ताकत। वे जिंदगी की चुनौतियों से अधिकतम फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। आप इनमें से कैसे हैं या कैसे बनना चाहते हैं, यह आपका फैसला होता है, क्योंकि एक दार्शनिक के अनुसार, जिंदगी हममें से हरेक से एक सवाल पूछती है कि तुम साहसी बनोगे या कायर? सकारात्मक सोच रखने वाला कभी कायर नहीं बनता, क्योंकि उसे खुद पर, जिंदगी पर और ईश्वर पर भरोसा रहता है। ये ऊँचा सोचते हैं और ऊँचा विश्वास रखते हैं और अपना काम करते हैं। ऐसे लोग अपने लिए तो काम करते ही हैं, पर इनके कामों से ही समाज और देश भी आगे बढ़ता है और ऐसे ही लोग देश और समाज के लिए अनमोल संपत्ति होते हैं।मन मजबूत रखिए, क्योंकि एपीजे अब्दुल कलाम, धीरूभाई अंबानी, अमिताभ बच्चन और सचिन तेंडुलकर पैदा नहीं होते, कर्म से बनते हैं।