नैनो टेक्नोलॉजी का बड़ा-सा संसार
मार्गदर्शन
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जयंतीलाल भंडारी नैनो टेक्नोलॉजी क्या है? इसका कोर्स कौन कर सकता है? नैनो टेक्नोलॉजी का कोर्स करने के बाद रोजगार के क्या अवसर हैं?-
गोविंद परमार, हटा (दमोह)-
नरेश अग्रवाल, मलगा (अनूपपुर)। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आए दिन नई-नई शाखाएँ जुड़ रही हैं। नैनो टेक्नोलॉजी इसी क्रम में एक नया नाम है। नैनो टेक्नोलॉजी के माध्यम से पदार्थ की संरचना को नैनो स्केल पर परिवर्तित करना संभव होता है। भविष्य में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं होगा जो नैनो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं करेगा। इस प्रकार कहा जा सकता है कि नैनो टेक्नोलॉजी 21वीं सदी को बदलकर रख देगी। नैनो टेक्नोलॉजी के फायदों को देखते हुए पूरे विश्व में इसे एक विषय के रूप में अपनाया जा रहा है। नैनो टेक्नोलॉजी के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम देश में उपलब्ध हैं। एम. टेक और एम.एससी कोर्स में प्रवेश के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान, बायोलॉजी, बायोइंफॉर्मेटिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन आदि विषयों से स्नातक कर चुके छात्र इस हेतु आवेदन कर सकते हैं। एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। नैनो टेक्नोलॉजी तकनीकी, रक्षा, सैन्य सामग्री निर्माण, फोरेंसिक साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, ऊर्जा, चिकित्सा, कृषि, टेक्सटाइल आदि क्षेत्रों में रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करती है। नैनो टेक्नोलॉजी का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान हैं : जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च बेंगलुरू/ सॉलिड स्टेट फिजिक्स लैबोरेटरी, तिमारपुर, दिल्ली/ नेशनल केमिकल लेबोरेटरी, पुणे/ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरू/ आईआईटी दिल्ली, गुवाहाटी, कानपुर/ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी। अहिंसा एवं शांति से संबंधित कोर्स क्या देश में कहीं उपलब्ध हैं? -
ऋषि वर्मा, इंदौर। महात्मा गाँधी हिन्दी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा, (महाराष्ट्र) ने अहिंसा एवं शांति का एमए, एम.फिल तथा पीएच-डी का पाठ्यक्रम शुरू किया है। देश में इस तरह का यह अनूठा कोर्स है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर हिंसात्मक मनोवृत्ति को दृष्टि में रखकर गाँधीवादी मूल्यों का संवर्धन व संरक्षण करना है। एमए पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों से स्नातक होना आवश्यक है। एम.फिल पाठ्यक्रम हेतु न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों से स्नातकोत्तर होना आवश्यक है। अहिंसा एवं शांति से संबंधित कोर्स करने के उपरांत विभिन्न समाजसेवी संगठनों में रोजगार के अवसर हैं। पाठ्यक्रम करने के बाद रिसर्च करके या नेट परीक्षा उत्तीर्ण करके अध्यापन के क्षेत्र में भी करियर बनाया जा सकता है। मैं भारतीय स्टेट बैंक लिपिक संवर्ग भर्ती परीक्षा-2009 की तैयारी कर रहा/ रही हूँ। कृपया मुझे इस परीक्षा की तैयारी हेतु अच्छे अध्ययन संदर्भों की जानकारी प्रदान करें। -
राधेश्याम पाटीदार, लोहारी (धार)-
प्रज्ञा चौहान, देवरी (सागर)। भारतीय स्टेट बैंक लिपिक संवर्ग भर्ती परीक्षा-2009 तथा अन्य बैंक लिपिक भर्ती परीक्षाओं में सफल होने के लिए सुनियोजित तैयारी एवं कड़ी मेहनत की दरकार है। इसके साथ ही इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए अच्छे अध्ययन संदर्भ, पिछले वर्षों के हल प्रश्नपत्र व प्रतियोगिता परीक्षाओं की प्रतिष्ठित मासिक पत्रिकाओं का नियमित अध्ययन किया जाए। प्रतियोगिता निर्देशिका, कॉम्पीटिशन सक्सेस रिव्यू तथा सामान्य ज्ञान दर्पण जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की मासिक पत्रिकाएँ महत्वपूर्ण अध्ययन संदर्भ हैं। गणितीय अभियोग्यता हेतु एम. टायरा एवं गुहा, इंग्लिश लैंग्वेज हेतु हरिमोहन प्रसाद और उषारानी सिन्हा की पुस्तकें उपयोगी अध्ययन संदर्भ हैं। बायो स्टेटिस्टिक्स के कोर्स में प्रवेश हेतु शैक्षणिक योग्यता क्या निर्धारित की गई है? -
विनय बैरागी, सुनेल (झालावाड़)। बायो स्टेटिस्टिक्स के कोर्स में प्रवेश हेतु विज्ञान विषय के साथ स्नातक होना आवश्यक है। क्या पत्राचार द्वारा प्राप्त की गई डिग्री के द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हुआ जा सकता है? राजेश चौधरी, किरनापुर (बालाघाट)। आप पत्राचार द्वारा प्राप्त डिग्री के द्वारा भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हो सकते हैं। सिरेमिक डिजाइनिंग का कोर्स कहाँ से किया जा सकता है? -
शिवेन्द्र कनेरे, खरगोन। सिरेमिक डिजाइनिंग का कोर्स इन संस्थानों में उपलब्ध है : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद/ विश्व भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता/ इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली। मैं फर्नीचर डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूँ। कृपया मार्गदर्शन प्रदान करें। -
भरत यादव, रायपुर। फर्नीचर डिजाइनिंग अब केवल बढ़ई का काम नहीं रह गया, बल्कि इसमें कुशल डिजाइनरों की माँग व्यापक स्तर पर बढ़ी है। आने वाले पाँच वर्षों में बाजार में तकरीबन एक लाख फर्नीचर डिजाइनरों की आवश्यकता होगी। फर्नीचर डिजाइनिंग का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान हैं- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद/ इंडियन प्लायवुड इंडस्ट्रीज रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरू/ गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, चंडीगढ़। कृपया माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय का वेबसाइट एड्रेस बताएँ। -
आभास पाटीदार, कुक्षी (धार)।माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय का वेबसाइट एड्रेस है www.mcrpu.comमध्यप्रदेश में हस्तशिल्प निर्माण का प्रशिक्षण कहाँ से लिया जा सकता है? -
ऋषिराज उपाध्याय, सीहोर। हस्तशिल्प निर्माण के प्रशिक्षण हेतु आप मध्यप्रदेश हस्तशिल्प विकास निगम, हमीदिया रोड, भोपाल से संपर्क करें।