एनसीसी- अनुशासन की शिक्षा
वेबदुनिया डेस्क
अगर आप स्कूल या कॉलेज लाइफ में ही एक सैनिक की तरह साहसिक खेलों के साथ अनुशासन रहने का पाठ सीखना चाहते हैं तो एनसीसी एक बहुत अच्छा माध्यम बन सकता है। कॉलेजों में एनसीसी की भर्ती जून में शुरू होगी। एनसीसी में ट्रैकिंग, माउंटेनिंग, साइकलएक्सपेडिशन जैसे रोमांचक खेल तो होते ही हैं, साथ ही पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए रचानात्मक कार्य, वाद-विवाद प्रतिगयोगिता, तात्कालिक भाषण जैसी गतिविधियां भी एनसीसी के लगने वाले कैंपों में होती हैं। जो युवा भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा को अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए कॉलेज लाइफ में एनसीसी एक बढ़िया माध्यम बन सकता है।एनसीसी से बनती करियर की संभावनाएं- -
राज्य और केंद्र सरकार की नियुक्तियों में एनसीसी कैडेट को मिलती है प्राथमिकता। -
एनसीसी का 'सी' सर्टिफिकेट प्राप्त कैडेट्स के लिए इंडियन मिलेट्री एकेडमी (आईएमए) में 64 सीटें रिजर्व होती हैं। -
एनसीसी बी या सी सर्टिफिकेट प्राप्त कैडेट्स को शॉर्ट सर्विस कमीशन में 'सीडीएस' की लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती। -
कई कॉर्पोरेट कंपनियां एनसीसी के सर्टिफिकेट धारी को अपने जॉब्स में प्राथमिकता देती हैं। -
आर्म्ड फोर्सेस और पैरामिलेट्री फोर्सेस में एनसीसी सी सर्टिफिकेट धारी को विशेष छूट दी जाती है। कुछ सीटें उनके लिए रिजर्व होती हैं। -
नेवी के हर कोर्स में 6 वेकेंसी और एयरफोर्स में 10 फीसद की छूट हर कोर्स में होती है। विदेश जाने के अवसर- हर साल एनसीसी यूथ एक्चेंज प्रोग्राम के तहत चुनिंदा कैडेट्स को विदेश भेजा जाता है। इससे कैडेट्स को वहां की संस्कृति और सभ्यता को समझने का मौका मिलता है। कैडेट्स कई तरह की प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेते हैं। गणतंत्र दिवस पर हर साल निकलने वाली परेड के लिए भी एनसीसी कैडेट्स का चयन किया जाता है।