कोशिश करने वालों की हार नहीं होती...
वेबदुनिया डेस्क
आए दिन खबरें पढ़ने को मिलती हैं कि किसी विद्यार्थी ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे एक्ज़ाम में अच्छे नंबर नहीं मिले या उसे अच्छी अंग्रेज़ी नहीं आती थी। यह भी खबर पढ़ने को मिलती है कि उसने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसकी प्रेमिका ने उसे ठुकरा दिया या प्रेमी से उसकी शादी नहीं हो सकी। क्या जीवन के किसी मोड़ पर एक नाकामयाबी इतनी भारी होती है कि लोग आत्महत्या जैसा भयानक कदम उठा लेते हैं।जीवन में सफलता और असफलता तो लगी ही रहती है, लेकिन इससे घबराकर कोई भी आत्मघाती कदम उठाना गलत है। कई बार जिन पढ़े-लिखे युवाओं को मनचाहा रोज़गार नहीं मिलता, वे निराशा से घिर जाते हैं और इनमें से कुछ आत्महत्या कर लेते हैं या करने का प्रयास करते हैं। ये लोग यह क्यों नहीं सोचते कि नौकरी पाना जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं है। अगर नौकरी नहीं तो कोई व्यवसाय ही सही। किसी ने कहा भी है, 'जो मैंने चाहा, वह मुझे नहीं मिला, लेकिन जो मुझे मिला, वह तो मैंने चाहा ही नहीं था।जिंदगी में कई बार वह मिल जाता है, जिसकी हमने कल्पना भी नहीं की थी। महत्वपूर्ण है लगातार प्रयास करना और कर्मशील सोच रखना। परिणाम देर-सवेर ज़रूर मिलेगा। जीवन के कई मुकाम पर हमें आशातीत सफलता नहीं मिल पाती है, लेकिन इससे घबराकर प्रयास करना नहीं छोड़ना चाहिए, बल्कि अपने प्रयासों में और तेज़ी लानी चाहिए। बल्ब का अविष्कार करने वाले थॉमस एडिसन से जब 200 बार प्रयोग करने के बाद भी बल्ब नहीं बन सका तो लोगों ने उनका मज़ाक उड़ाया और कहा कि तुम 200 बार कोशिश करने के बाद भी सफल नहीं हो सके। तब एडिसन ने जवाब दिया कि मैं 200 बार असफल नहीं हुआ हूं, बल्कि मैं 200 ऐसे तरीके जानता हूं, जिनके बल्ब नहीं बनाया जा सकता। यही सोच का अंतर है। परिणाम महत्वपूर्ण है, लेकिन उसके लिए किए गए प्रयास उससे भी अधिक महत्वपूर्ण हैं। लगातार प्रयास करते रहिए सफलता ज़रूर मिलेगी, क्योंकि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।