जब जॉनी लीवर पर लगा था तिरंगे का अपमान करने का आरोप, सुनाई गई थी इतनी सजा
Johnny Lever Birthday: फिल्मों में अपनी कॉमेडी से जबरदस्त पहचान बनाने वाले एक्टर जॉनी लीवर 14 अगस्त को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। जॉनी का असली नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला है। उन्होंने अपने करियर में 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और अपनी कॉमेडी से लोगों को जमकर हंसाया। हाालंकि जॉनी कभी फिल्मों में नहीं आना जाते थे।
क्रिश्चियन परिवार में जन्में जॉनी लीवर का बचपन बेहद गरीबी में बीता। आर्थिक तंगी से परेशान होकर जॉनी ने सुसाइड करने की कोशिश भी की थी। परिवार की आर्थिक मदद के लिए जॉनी लीवर पढ़ाई बीच में ही छोड़ पेन बेचने लगे थे। वह बचपन से ही काफी मजाकिया थे। ऐसे में वह बॉलीवुड सितारों की तरह डांस करके पेन बेचते थे।
एक इंटरव्यू के दौरान जॉनी लिवर ने बताया था कि घर की हालत मुझे बहुत परेशान करती थी। एक दिन मैं रेलवे ट्रैक पर लेट गया और आंखें बंद कर ली, क्योंकि मैं मौत को सामने से नहीं देखना चाहता था। मेरी आंखें बंद थीं तभी घरवालों का चेहरा सामने आने लगा। ये देखकर मैं झट से उठ गया और वापस घर चला गया।
जॉनी लीवर के पिता हिंदुस्तान लीवर कंपनी में काम करते थे। उन्होंने जॉनी को भी कंपनी में ही नौकरी दिला दी थी। वह अपनी कॉमेडी से कंपनी के दोस्तों को जमकर हंसाते थे। इस वजह से उनका नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला की जगह जॉनी लीवर रख दिया गया।
जॉनी लीवर कॉमेडी के साथ ही मिमिक्री भी करते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर स्टैंडअप कॉमेडियन की थी, जिसके चलते वह स्टेज शो भी करते थे। एक स्टेज शो के दौरान उन पर सुनील दत्त की नजर पड़ गई। उन्होंने जॉनी लीवर को फिल्म 'दर्द का रिश्ता' में पहला ब्रेक दिया, जिसके बाद जॉनी लीवर ने कामयाबी का ऐसा ट्रैक पकड़ा कि शोहरत की बुलंदियों पर पहुंच गए।
जॉनी लीवर की जिंदगी में एक दौर ऐसा भी आया जब उन्होंने सब कुछ छोड़कर धर्मगुरु बनने का फैसला कर लिया था। वह मुंबई, चेन्नई और अमेरिका तक में अपनी सभाएं करते थे जहां सैकड़ों लोग आते थे। जॉनी लीवर ने अपने इस फैसले को लेकर कहा था, मैं हमेशा से एक धार्मिक इंसान रहा हूं। लेकिन, एक घटना हुई और मेरा पूरा जीवन बदल गया। मेरे बेटे को कैंसर हो गया था।
जॉनी लीवर पर तिरंगेका अपनमान करने का आरोप भी लग चुका है। दरअसल, 1999 में वह एक शो में गए थे, जहां उन्होंने तिरंगे को लेकर कुछ कह दिया, जिससे नाराज होकर लोगों ने उनके खिलाफ तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगाया थश। इस वजह से उन्हें 7 दिन जेल की सजा भी सुनाई गई थी। हालांकिजॉनी लीवर ने माफी मांग ली और उनकी सजा घटाकर एक दिन कर दी गई थी।