ग़ज़ल के शौकीनों के लिए इंटरनेट रेडियो स्टेशन
ग़ज़ल के शौकीनों की अक्सर शिकायत रहती है कि उन्हें रेडियो स्टेशन के जरिए ग़ज़ल सुनने को नहीं मिलती। यह शिकायत अब दूर होने जा रही है। ग़ज़ल को समर्पित एक इंटरनेट रेडियो स्टेशन 'मिर्ची महफिल' लांच किया गया है। यह सोनाली और रूप कुमार राठौड़ के दिमाग की उपज है।
रेडियो मिर्ची का सहयोग प्राप्त यह रेडियो स्टेशन इस मॉडर्न प्लेटफॉर्म द्वारा उन करोड़ों लोगों तक पहुंच जाएगा जो ग़ज़लों के मुरीद हैं। इस ऑन लाइन रेडियो स्टेशन के जरिये ग़ज़लों का खज़ाना ट्वीटर जनरेशन तक पहुंचाने का मकसद है ताकि वे भी भारत की इस अनमोल विरासत से परिचित हो सकें।
सोनाली का कहना है कि इससे युवाओं को अच्छे संगीत और अर्थपूर्ण बोल की समझ आएगी। इस स्टेशन के साथ एक डिक्शनरी भी होगी जिससे कठिन शब्दों के अर्थ पता चल सके।