रविवार, 13 अक्टूबर 2024
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Written By अनहद

ऐश्वर्य के सिंहासन पर ऐश्वर्या

ऐश्वर्य के सिंहासन पर ऐश्वर्या -
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ऐश्वर्या राय इन दिनों गहन ऐश्वर्य में हैं। मनपसंद पति, ससुराल हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा घराना, पैसा, शोहरत, इज्जत...। मन की खुशी तन को लगती ही है। सो ऐश्वर्या इन दिनों थोड़ी मोटी हो गई हैं। आईफा में उनको मटकते देखकर वो पुराना विज्ञापन याद आया जिसमें ऐश्वर्या ने पहली बार ध्यान खींचा था। फ्लैट टीवी का विज्ञापन था और ऐश्वर्या अपना फ्लैट पेट दिखाकर चपटे टीवी की महत्ता समझाती थीं।

समय के साथ ऐश्वर्या कामयाबियों की राह पर चलते हुए शादी तक आ गईं। हर हिन्दुस्तानी लड़की शादी के बाद थोड़ी-सी मुटाती है। ये मुटाना कतई बुरा नहीं लगता। उलटे जो लड़कियाँ नहीं मुटातीं, उन्हें देखकर शक होता है कि ससुराल में शायद कुछ ठीक नहीं चल रहा। शायद लड़की को कोई संताप है। शादी के बाद लड़कियों का रंग भी थोड़ा-सा फेयर हो जाता है और मांस की एक परत...। मायके वाले जब लड़की को इस तरह फलते-फूलते देखते हैं तो उनकी आँखें हरी हो जाती हैं।

ऐश्वर्या राय बच्चन की कमर के आसपास चर्बी की एक परत जमा हो गई है। सुखी-संतुष्ट जीवन की निशानी...। शादी के बाद माधुरी ने खुद को पहले की तरह स्लिम किया और फिल्मों में आईं, पर वो बात नहीं बची थी। चेहरे का नमक चला गया। बदन वही था, पर लोच वो नहीं था, लुनाई वो नहीं थी। उम्र को जीना चाहिए, उससे इनकार नहीं करना करना चाहिए। उम्र को कबूल कर लिया जाए, तो एक गरिमा पैदा होती है। वर्ना आदमी के चेहरे पर अजीब-सी दयनीयता और हीनभावना आ जाती है।

ऐश्वर्या राय बच्चन अब किसी भी स्पर्धा में नहीं हैं। वे जीरो फिगर के लिए पागल नहीं हैं। उन्हें कुछ भी साबित करने की इच्छा नहीं है। वे दाम्पत्य जीवन को बिना दुविधा के जी रही हैं। यही खुशी उनके चेहरे पर दिखती है। एक चाँद पूर्णिमा का होता है। तेज चमक से चौंधियाता हुआ। उसका अपना सौंदर्य है। मगर पूर्णिमा के एक दिन बाद का चाँद भी कम सुंदर नहीं होता। उस पर थकावट-सी होती है। पूरी तरह से खिलने और चमकने की थकावट। वो थोड़ा-सा फैला और फीका होता है, मगर शीतल...। ऐश्वर्या का सौंदर्य चौदहवीं के चाँद का नहीं पन्द्रहवीं के चाँद का है।

फिलहाल ऐश्वर्या दक्षिण की एक फिल्म कर रही हैं। इस फिल्म में उनके नायक उनके ससुर की उम्र के रजनीकांत हैं। दक्षिण की फिल्मों में स्लिम नायिका वैसे भी नहीं चलती, वहाँ तो अच्छी-खासी मांसल किस्म की अभिनेत्रियों का चलन है। इसलिए ऐश्वर्या को अपने वजन की चिंता करने की यूँ भी जरूरत नहीं। जिस सुख-शांति में ऐश्वर्या आज हैं, वैसी ही सुख शांति की कामना हर भारतीय परिवार में अपनी बेटी-अपनी बहन के लिए की जाती है। यथा-नाम तथा गुण... ऐश्वर्या वाकई ऐश्वर्य के सिंहासन पर हैं।

(नईदुनिया)