अयोध्या का नजारा, चाय के पैसे तुम देना, पकौड़ी के मैं दे देता हूं...
सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद सोमवार को अयोध्या में तीसरा दिन है। रोजाना की तरह सड़कों पर चहल-पहल शुरू हो गई है। लोग अपने-अपने काम के लिए घरों से निकलकर आ जा रहे हैं। सड़कों पर साफतौर पर भाईचारा देखने को मिल रहा है।
मोईन भाई की चाय की दुकान पर चाय का मजा लेते हुए दोनों ही वर्ग के लोग एक-दूसरे के साथ हंसी-मजाक करते नजर आ रहे हैं। कोई कह रहा है बधाई हो बधाई, पकौड़ी के पैसे तुम दे देना..., तो कोई कह रहा है गुरु तुमको भी बधाई चाय के पैसे तुम दे देना...
यह नजारा कहीं और का नहीं बल्कि अयोध्या की रामनगरी का है, जहां चाय की दुकान पर बैठकर एक-दूसरे को बधाई देने का दौर जारी है। यह नजारा सुबह से बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते चलें की चाय की दुकान पर बैठकर आदित्य पांडे अखबार पढ़ रहे थे तभी साइकिल से गुजर रहे अब्दुल मुबीन खान ने साइकिल रोकी और कहा पांडे जी बधाई हो। अकेले-अकेले चाय पी रहे हैं, हमें नहीं पिलाओगे तो पांडे जी ने मुस्कराते हुए कहा महाराज चाय भी पिलाऊंगा और पकौड़ी भी खिलाऊंगा। पहले इधर आओ तो।
उसके बाद दोनों लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलते हुए बधाई दी और अब्दुल ने कहा चाय के पैसे पांडे जी तुम दे देना और पकौड़ी के पैसे मैं दे दूंगा। यह नजारा देख सभी ने कहा यह है अयोध्या की असली पहचान।
यह नजारा कुछ ऐसा था जो साफतौर पर अयोध्या के भाईचारे और प्रेम को दर्शा रहा था। साथ ही चीख-चीख कर कह रहा था कि अब हमें और कुछ नहीं सिर्फ और सिर्फ अयोध्या का विकास चाहिए।