पशु-पक्षियों से जुड़े शकुन-अपशकुन
...जब यात्रा के दौरान अचानक दिखाई देते हैं पशु-पक्षी
* बिलार (बिल्ली)- नौकरी आदि शुभ कार्य के लिए जाते समय यदि बिल्ली मार्ग काट जाए तो अपशकुन होता है।* कुत्ता- शुभ कार्य के समय यदि कुत्ता मार्ग रोकता है तो विषमता तथा अनिश्चय प्रकट होती है।
* हंस- हंस का दर्शन तथा पंखों का फड़फड़ाना कार्य सिद्धि का द्योतक माना जाता है।* खंजन- वर्ष के शुरू में यदि खंजन पक्षी के दर्शन हो तो पहला दिन जैसा गुजरे वैसा ही सारा वर्ष फल रहेगा। * नीलकंठ- नीलकंठ का सामने से मिलना, प्रकट होना कार्य सिद्धि तथा यश प्राप्ति का सूचक है।
आगे जानिए गाय से संबंधित शकुन
* गाय- गाय का मार्ग रोकना शुभ कहा गया है।* नगर में प्रवेश के समय दो बैलों के दर्शन अथवा गाय-बछड़े के एक साथ दर्शन सफलता का प्रतीक है। आगे पढ़े सर्प से जुड़े शुभ शकुन
* नकुल तथा सर्प (नेवला-सांप) धन प्राप्ति के योग है। नकुल का बाईं ओर से सीधी ओर जाना या सीधी ओर से सामना अत्यंत शुभ तथा धन की वृद्धि का सूचक माना जाता है। इसके विपरीत मार्ग पर सर्प-दर्शन कार्य सिद्धि में विघ्न और देरी का सूचक कहा जाता है।
आगे पढ़े घोड़े व हाथी से संबंधित शकुन-अपशकुन
* घोड़े के हिनहिनाने को पुत्र प्राप्ति की सूचना माना गया है, परंतु घोड़े की आंखों से अश्रुपात दिखाई दे तो अपशकुन होता है।* घोड़े को दक्षिण खुर से धरती खोदते तथा पूंछ हिलाते देखना अपार धन प्राप्ति का सूचक है।
* हाथी का गर्जन पुत्र प्राप्ति का द्योतक है। * मार्ग पर चलते हुए किसी नवविवाहिता को हाथी यदि सूंड में उठाकर आशीर्वाद देता है तो पुत्र प्राप्ति यकीनी है।